हिमाचल के इन मां, बेटी और बेटे काे सलाम, पंजाब को ड्रग्स फ्री बनाने के लिए दिखाया जज्बा

Monday, Jan 27, 2020 - 04:00 PM (IST)

सोलन: चंडीगढ़ के मोहाली में पंजाब को ड्रग्स फ्री लैंड बनाने के लिए आयोजित विंटर हॉफ मैराथन-2020 में हिमाचल के 3 धावकों ने भाग लिया जोकि एक ही परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जी हां, सोलन की इंटरनैशनल मैराथन रनर कल्पना परमार और उनके 2 बच्चों ने इस दौड़ में भाग लेकर फीनिशर मैडल हासिल किया है। मोहाली विंटर हॉफ मैराथन में चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब के धावक भी दौड़े। 3 वर्गों में हुई इस मैराथन में करीब एक हजार धावकों ने 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर व 5 किलोमीटर में भाग लिया।

सोलन के सीनियर सैकेंडरी स्कूल (छात्र) में इतिहास प्रवक्ता कल्पना परमार ने बताया कि युवाओं को खेलों में आगे आना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि पंजाब विंटर मैराथन में 6 वर्ष के बच्चे से लेकर 92 वर्ष तक के बुजुर्गों ने भाग लेकर पंजाब को नशामुक्त बनाने का संदेश दिया। इसमें उनकी बेटी दीया कपूर ने भी 10 किलोमीटर और बेटे रचित कपूर ने 5 किलोमीटर की दौड़ लगाई। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों ने करीब एक साल पहले दौडऩा शुरू किया था।

सोलन के गुरुकुल इंटरनैशनल स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली दीया कपूर 7 और सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले रचित कपूर 5 मैराथन दौड़ चुके हैं। दोनों बच्चे अपनी मां को प्रेरणास्रोत मानते हैं, जो हमेशा उन्हें खेलों की ओर प्रेरित करती है। इससे उनका हौसला बढ़ा और एक साल से बच्चे भी अपनी मां के साथ-साथ मैराथन में दौड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी वे मैराथन में भाग लेकर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।

Vijay