PICS: नमक खानों के रक्षक हैं यहां देवी-देवता, नहीं ली परमिशन तो हुआ कुछ ऐसा...

Saturday, May 06, 2017 - 02:51 PM (IST)

मंडी (नीरज शर्मा): हिमाचल प्रदेश को 'देवभूमि' के नाम से जाना जाता है और यहां पर होने वाले सभी कार्यों में पहले देवी-देवताओं की अनुमति ली जाती है। लेकिन द्रंग स्थित नमक खान का कार्य शुरू करने से पहले नेता और अधिकारी इस बात को भूल गए हैं। बताया जाता है कि इस नमक खान के पास पुरातन समय का एक मंदिर है। इसमें देवी हिडिम्बा और देवता रामपाल ब्रह्मा का निवास है। इन देवी-देवताओं को यहां की नमक खानों का रक्षक माना जाता है। सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बंद पड़ी नमक की खानों को शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से 300 करोड़ मंजूर करवाकर कार्य का शुभारंभ भी करवा दिया, लेकिन देवी-देवता को नमन करना भूल गए। नतीजा यह निकला कि इस खान के कार्य में लगातार रुकावट पड़ रही है।


इस खान से पानी निकलना हुआ शुरू
पहले काम शुरू होने में ही महीनों बीत गए और जब शुरू हुआ तो एक के बाद एक बाधाएं इस पर मंडराने लग गई। हद तो तब हो गई जब इस खान से पानी निकलना शुरू हो गया। फिर जाकर इस बारे में जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि पहले खान के पास वाले मंदिर में हवन पाठ करवाकर देवी-देवता को मनाना पड़ेगा, उसके बाद ही सब ठीक होगा। हवन पाठ करवाने खुद सांसद राम स्वरूप शर्मा अधिकारियों के साथ पहुंचे और दुआ मांगी कि अगला कार्य निर्विघ्न रूप से चलता रहे। साथ ही अपनी भूल को भी कबूल किया। मंदिर के पुजारी सुरेश कुमार ने बताया कि राजाओं के समय से मंदिर यहां पर स्थित है और यहां नमक लेने के लिए आने वाले लोग नतमस्तक हुए बिना नहीं जाते। यहां तक कि हिंदुस्तान साल्ट लि. की तरफ से यहां पूजा पाठ के लिए सरकारी पैसा भी दिया जाता है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि बीते कुछ समय से देवी-देवताओं की अनदेखी की जा रही थी और यही कारण था कि नमक खान के कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही थी।