45 बच्चों की पढ़ाई रामभरोसे

Monday, Jun 05, 2017 - 07:53 PM (IST)

साहो : चम्बा विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत सिल्लाघ्राट के बच्चों को सरकारी सुविधा के नाम पर अध्यापकों की कमी से जूझना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सिल्लाघ्राट जहां सिर्फ 2 अध्यापक व एक प्रधानाचार्य तैनात है जबकि अन्य महत्वपूर्ण विषयों को पढ़ाने वाले अध्यापकों का जैसे अकाल पड़ा हुआ है। इसी पंचायत के राजकीय माध्यमिक स्कूल बडौथा की शिक्षा व्यवस्था का तो यह हाल है कि वहां शिक्षा ग्रहण करने वाले 45 बच्चों के लिए एक भी नियमित अध्यापक तैनात नहीं है, ऐसे में इस स्कूल की शिक्षा के साथ मिड-डे मील का पूरा दारोमदार यहां डैपुटेशन पर तैनात डी.एम. पर निर्भर है, ऐसे में इस पंचायत के बच्चे किस प्रकार से बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सिल्लाघ्राट पंचायत प्रधान आशा कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में इस समय 300 के करीब बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान में इस स्कूल में भाषा अध्यापक, टी.जी.टी. आटर््स, नॉन मैडीकल, मैडीकल व पी.टी.आई. का पद रिक्त चला हुआ है। प्रधानाचार्य के अलावा जो 2 अन्य अध्यापक तैनात हैं, उनमें संस्कृत व समाज विषय पढ़ाने वाले अध्यापक हैं। 

क्या कहते हैं अभिभावक 
सिल्लाघ्राट के रोशनदीन, केवल कुमार, महेंद्र सिंह, चतर सिंह, गुलाम रसूल, मेहरदीन, अमित कुमार, ओम प्रकाश, केवल कृष्ण, सुभाष कुमार, तिलक राज, अशोक कुमार व खेम राज का कहना है कि हैरानी की बात है कि उपरोक्त दोनों स्कूलों में रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों को भरने के लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है, ऐसे में सरकारी शिक्षा सुविधा के नाम पर सिल्लाघ्राट के बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

यह बात सही है कि इन स्कूलों में रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों के कारण स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई है। इस बारे प्रशासन व शिक्षा विभाग को पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों व स्कूल प्रबंधन समिति के साथ मिलकर कई बार मांग पत्र दिया लेकिन अभी तक कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा है। 
आशा कुमारी, प्रधान, ग्राम पंचायत सिल्लाघ्राट