वनरक्षक की मौत पर परिजनों का हंगामा, वन विभाग पर जड़े ये आरोप

Sunday, Jun 11, 2017 - 02:15 AM (IST)

मंडी: करसोग के जंगल में वनरक्षक की मौत के बाद वन विभाग की अनदेखी पर परिजनों ने शनिवार को जोनल अस्पताल मंडी में पोस्टमार्टम के दौरान खूब हंगामा किया। विभागीय स्तर पर कार्रवाई न होने पर परिजन शव का पोस्टमार्टम न करवाने पर अड़ गए थे, बाद में मुख्य अरण्यपाल के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम करवाया गया। जोनल अस्पताल पहुंची वन विभाग की मुख्य अरण्यपाल को भी परिजनों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। परिजनों ने मुख्य अरण्यपाल को खूब खरी-खोटी भी सुनाई। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वनरक्षक होशियार सिंह 5 जून से लापता था लेकिन वन विभाग ने उसे ढूंढने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। 

वन विभाग ने नहीं किया सहयोग 
उन्होंने कहा कि वनरक्षक होशियार सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए मंडी अस्पताल पहुंचाने में वन विभाग का कोई सहयोग नहीं मिला। बता दें कि शुक्रवार को जब होशियार सिंह का शव गरजुन के पास पेड़ से लटका मिला तो इसके बाद भी वन विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी वहां नहीं पहुंचा। वन विभाग द्वारा शव को अस्पताल पहुंचाने के लिए वैन तक की व्यवस्था नहीं की गई, जिस कारण परिजनों ने अपने स्तर पर शव को अस्पताल पहुंचाया। वन विभाग की इस अनदेखी पर वनरक्षक के परिजनों में रोष है। 

मामले को दबाने का किया प्रयास 
मृतक वनरक्षक के मामा जगजीत सिंह व चाचा परस राम ने कहा कि होशियार सिंह जब 5 जून को लापता हुआ तो वन विभाग के आर.ओ. व अन्य अधिकारियों को अवगत करवाया गया था लेकिन संबंधित अधिकारियों ने बात को आगे अपने उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचाया और न ही पुलिस को सूचित किया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मामला दबाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने मुख्य अरण्यपाल से मांग की है कि संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाए और दोषियों के खिलाफ  उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए।