पांवटा साहिब में जबरन अवकाश पर भेजने, बद्दी में वेतन न मिलने पर मजदूरों का हंगामा

Wednesday, May 13, 2020 - 11:38 PM (IST)

पांवटा साहिब/सोलन (ब्यूरो): लॉकडाऊन-3 में उद्योगों में लॉकडाऊन-1 व 2 का असर दिखना शुरू हो गया है। आर्थिक संकट का बहाना बनाकर कुछ उद्योग अपने मजदूरों को वेतन का भुगतान नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि लॉकडाऊन की मार झेल रहे मजदूर अब प्रदर्शन करने पर उतर आए हैं। पांवटा साहिब के रामपुरघाट में एक उद्योग के बाहर मजदूरों के हंगामे को देखते हुए उद्योग प्रबंधकों को पुलिस मौके पर बुलानी पड़ी।

बीबीएन में कुछ दिनों में ही करीब 10 उद्योगों में कार्यरत मजदूर वेतन का भुगतान न करने को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं। उद्योगों में लॉकडाऊन के दौरान के वेतन को लेकर प्रबंधक व मजदूरों के बीच विवाद हो गया है। प्रबंधक उन मजदूरों को उस समय का वेतन नहीं दे रहे हैं जो काम पर नहीं आए थे जबकि मजदूरों का कहना है कि प्रबंधकों ने लॉकडाऊन के समय वेतन देने का वायदा किया था।

पांवटा साहिब के रामपुरघाट में एक उद्योग द्वारा बिना वेतन व पूर्व नोटिस के 200 मजदूरों के लिए गेट बंद करने पर प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन उस समय उग्र हो गया, जब उद्योग द्वारा गाडिय़ों में भरकर नए मजदूरों को लाया जा रहा था। हंगामे को देखकर प्रबंधकों को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। अजय चौधरी, अनिल सैनी, राजेन्द्र सिंह व सतनाम सहित अन्य मजदूरों का कहना था कि लॉकडाऊन के पीरियड के दौरान उद्योग में न पहुंचने वाले मजदूरों को वेतन देने का वायदा किया था।

लॉकडाऊन पीरियड में कंपनी ने न पहुंचने वाले मजदूरों के वेतन में सौ फीसदी वेतन की कटौती कर दी और उनके लिए गेट बंद कर 10 दिन के लिए जबरन अवकाश पर जाने को कह दिया। इसी तरह औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के काठा के एक उद्योग में कार्यरत कामगारों ने उद्योग के ठेकेदार पर उनके वेतन का भुगतान न करने का आरोप लगाते हुए श्रम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। भामसं के जिला कार्यालय सचिव राजू भारद्वाज के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया।

भामसं के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मेला राम चंदेल का कहना है कि एक सप्ताह में श्रम कार्यालय में 10 के करीब उद्योगों के मामले आ चुके हैं, जो कामगारों को उनका वेतन नहीं दे रहे हैं। बड़ी हैरानी की बात है कि प्रदेश सरकार व श्रम विभाग उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। वहीं श्रम निरीक्षक कमल कुमार का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से ऐसे कामगार उनके कार्यालय में आ रहे हैं, जिनका वेतन का इश्यू है। विभाग सभी की समस्याओं का निपटारा कर रहा है। आज के मामले में भी ठेकेदार से बात करके उनके वेतन का भुगतान करवाया जाएगा।

उधर, लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष राजीव कंसल का कहना है कि सभी उद्योग कामगारों के वेतन का भुगतान कर रहे हैं। अगर कुछ कामगारों को वेतन नहीं मिल रहा है तो हो सकता है कि लॉकडाऊन के कारण उनके उद्योगपति उद्योगों में नहीं पहुंच पा रहे होंगे। उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन के कारण प्रत्येक वर्ग परेशानी में है, चाहे वह उद्योगपति या कामगार हो या फिर व्यापारी व आम आदमी हो। इस समय संयम से काम लेने की जरूरत है। वहीं पांवटा साहिब के एसडीएम एलआर वर्मा ने बताया कि मौके पर श्रम निरीक्षक को भेजा गया है। उनसे मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।

Vijay