उत्तराखंड पुलिस का बड़ा खुलासा, खनन माफिया से हिमाचल पुलिस को जाते थे 700 में से 500 रुपए

Saturday, Mar 14, 2020 - 10:57 PM (IST)

पांवटा साहिब (ब्यूरो): हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर स्थित यमुना नदी में अवैध खनन के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इसके अनुसार 3 युवक अवैध खनन करने वाले ट्रकों से 700 रुपए प्रति ट्रक वसूलते थे, जिसमें से 500 रुपए प्रति ट्रक हिमाचल पुलिस को पहुंचाए जाते थे। डीएसपी विकासनगर, उत्तराखंड भूपेंद्र सिंह धोनी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर एक ट्रक चालक वीडियो पर यह कहते दिखाई दे रहा है कि वे अवैध खनन के बदले में 700 रुपए प्रति ट्रक पुलिस को देते हैं लेकिन वीडियो में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वे कहां अवैध खनन कर रहे हैं और उगाही की राशि किस राज्य की पुलिस को देते हैं।

उत्तराखंड के डीजीपी के आदेश पर की जांच

वीडियो सामने आने के बाद हिमाचल के डीजीपी ने उत्तराखंड के डीजीपी को सूचना दी, जिसके बाद उत्तराखंड के डीजीपी ने विकासनगर के डीएसपी सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी को जांच करने के आदेश दिए। जांच के दौरान डीएसपी ने उगाही करने वाले गोपाल व रियात को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वे उत्तराखंड के ढकरानी क्षेत्र के रहने वाले हैं। वे हिमाचल प्रदेश के सिंघपुरा क्षेत्र में अवैध खनन करने वाले ट्रक चालकों से 700 रुपए प्रति ट्रक वसूलते हैं, जिसमे में 500 रुपए प्रति ट्रक हिमाचल पुलिस के नाम पर सिंघपुरा पुलिस चौकी पहुंचाए जाते हैं। इतना ही नहीं, उनकी मोबाइल कॉल डिटेल्स भी निकलवा कर उनके बयानों के साथ मैच की गई ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।

सिंघपुरा पुलिस चौकी से मात्र 50 मीटर की दूरी पर रहो था खनन

डीएसपी भूपेंद्र सिंह धोनी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि यह अवैध खनन हिमाचल प्रदेश की सीमा में सिंघपुरा पुलिस चौकी से मात्र 50 मीटर की दूरी पर यमुना नदी के किनारे पर किया जा रहा था। इस वीडियो में जिन उगाही करने वाले अभियुक्तों के नाम आए हैं, उन्हें हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ भी की गई। डीएसपी ने बताया कि यह पूरा मामला हिमाचल पुलिस का है। इसमें उत्तराखंड पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है।

सिरमौर पुलिस मामले की लीपापोती में जुटी

बता दें कि अवैध खनन पर वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद सिरमौर पुलिस मामले की लीपापोती में जुटी हुई है। मामले को उत्तराखंड का बता कर रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। यहां तक कि आला अधिकारियों को भी इस मामले में गलत रिपोर्ट भेजे जाने की सूचना है। उधर, एसपी सिरमौर अजय कृष्ण शर्मा ने बताया कि पुलिस अभी मामले की जांच में जुटी हुई है।

Vijay