पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देश को मिल सकती है ये बड़ी सौगात

Friday, Sep 06, 2019 - 05:38 PM (IST)

मनाली (सोनू): पीर पंजाल की पहाडिय़ों को भेद कर बनाई जा रही रोहतांग सुरंग अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर 25 दिसम्बर को देश को समर्पित की जा सकती है। समुद्रतल से करीब साढ़े 11 हजार फुट की ऊंचाई पर बन रही विश्व की सबसे लंबी रोहतांग सुरंग का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। बीआरओ की मानें तो हालांकि अभी बहुत काम शेष बचा है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस टनल को दिसम्बर, 2019 में यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।

सेना व लाहौल-स्पीति के लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगी सुरंग

यह सुरंग जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के लोगों तथा भारतीय सेना के लिए मील का पत्थर साबित होगी। 8.8 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। सेरी नाले के पानी का रिसाव होने के चलते निर्धारित लक्ष्य से पांच साल देरी से बनकर तैयार हो रही टनल की लागत भी 1400 करोड़ से बढ़कर 4000 करोड़ पहुंच चुकी है। टनल का निर्माण सीमा सड़क संगठन बीआर.ओ की देखरेख में एफकॉन-स्ट्राबॉग कंपनी कर रही है, जबकि समेक कंपनी डिजाइनिंग में अपनी भूमिका निभा रही है।

जून, 2000 में हुई थी टनल बनाने की घोषणा

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जून, 2000 में टनल बनाने की घोषणा व मई 2002 में रोहतांग टनल तक बनने वाली सड़क का शिलान्यास किया था जबकि जून, 2012 में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुरंग की आधारशिला रखी थी। विशेष सेवा मैडल प्राप्त बीआरओ रोहतांग सुरंग के चीफ  इंजीनियर ब्रिगेडियर केपी पुरुसोथमन ने बताया कि रोहतांग सुरंग का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रोहतांग सुरंग के करीब 3500 फुट ऊपर सेरी नाला बहता है, जिसका 70 फीसदी पानी टनल के भीतर रिस रहा है। कंपनी और बीआरओ को लंबे समय तक दिक्कतों का सामना करना पड़ा है लेकिन अब हालात सामान्य होने से कार्य को गति मिली है। हालांकि अभी बहुत से निर्माण कार्य शेष हैं लेकिन सभी परिस्थितियां ठीक रहीं तो सुरंग दिसम्बर तक देश को समर्पित कर दी जाएगी।

पीएम मोदी करना चाहते हैं रोहतांग सुरंग का शुभारंभ 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतांग सुरंग का शुभारंभ करने की प्रबल इच्छा जाहिर की है। प्रदेश सरकार भी प्रयास कर रही है कि इस टनल का शुभारम्भ अटल की जयंती के शुभ अवसर पर ही किया जाए। टनल में वाहनों की आवाजाही शुरू होने से 6 महीने बर्फ  में कैद रहने वाले लाहौल व पांगी घाटी के लोगों को राहत मिलेगी।

Vijay