रोहतांग दर्रे के द्वार खुले, सौंदर्य को निहारने के लिए अभी करना होगा सैलानियों को इंतजार

Friday, May 10, 2019 - 09:27 AM (IST)

मनाली: देश व दुनिया के सैलानियों में अपनी खास जगह बनाने वाले रोहतांग दर्रे के द्वार खुल गए हैं। मनाली की ओर से बी.आर.ओ. के डोजर गुरुवार को रोहतांग पार कर कोकसर की ओर उतरना शुरू हो गए हैं। लाहौल की ओर भी डोजर कोकसर से रोहतांग की ओर बढ़ने शुरू हो गए हैं। बी.आर.ओ. ने मनाली की ओर से रोहतांग दर्रा बहाल कर लिया है लेकिन अभी कोकसर व रोहतांग तक लगभग 17 किलोमीटर सड़क बहाली शेष रह गई है। इस बार सर्दियों में अधिक बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रे में बर्फ के ढेर लगे हैं। रोहतांग दर्रे के बहाल होते ही 5 महीने बाद लाहौल घाटी कुल्लू से जुड़ जाएगी, साथ ही लाहौल घाटी में पर्यटन गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी। 

19 मई से पहले रोहतांग दर्रे को खोलने की है तैयारी

लोकसभा चुनावों के चलते बी.आर.ओ. ने 19 मई तक रोहतांग दर्रे को बहाल करने की तैयारी की है। हालांकि यह परिस्थितियों पर ही निर्भर रहेगा लेकिन बी.आर.ओ. ने मार्ग बहाली को गति दे दी है। रोहतांग से कोकसर तक 17 किलोमीटर सड़क में 5 से 10 फुट तक बर्फ के ढेर लगे हुए हैं, ऐसे में मतदान के दिन से पहले केलांग को मनाली से जोड़ना बी.आर.ओ. के लिए चुनौती रहेगा।

सैलानियों को अभी करना होगा इंतजार

देश-विदेश से मनाली आकर 13,050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे के दीदार करने वाले सैलानियों को अभी कुछ दिन इंतजार करना होगा। इन दिनों सैलानी अभी रोहतांग से 15 किलोमीटर पीछे मढ़ी तक ही जा रहे हैं। एस.डी.एम. मनाली अश्विनी कुमार ने कहा कि बी.आर.ओ. द्वारा रोहतांग दर्रे सहित मनाली-केलांग मार्ग को बहाल करते ही सैलानियों के लिए रोहतांग भी बहाल कर दिया जाएगा।

 

Ekta