बर्फबारी के चलते रोहतांग दर्रा हुआ बंद, सैंकड़ों लोग व सेब के ट्रक भी फंसे

Saturday, Nov 09, 2019 - 10:26 AM (IST)

मनाली/शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में शुक्रवार को दूसरे दिन भी रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर चलता रहा। रोहतांग दर्रा बंद होने से सैंकड़ों लोग, वाहन चालक व कामगार लाहौल में फंस गए हैं। यही नहीं हिमपात से लाहौल के बागवानों के लगभग 24 हजार कार्टन सेब लाहौल में फंस गए हैं। चम्बा जिला के सलूणी में ठंड से एक व्यक्ति की मौत हो जाने की सूचना है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चम्बा व कुल्लू जिलों में कुछ स्थानों पर बर्फबारी हुई। चम्बा से चुवाड़ी वाया जोत मार्ग पर हिमपात से बाधा पड़ी। राजधानी शिमला व आसपास के इलाकों में आसमान बादलों से घिरा रहा। केलांग और डल्हौजी का तापमान माइनस में पहुंच गया है। बीते 24 घंटों के दौरान जनजातीय क्षेत्र गोंदला में सर्वाधिक 38 सैंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। इसी तरह कोठी व केलांग में 10 और कल्पा में 3 सैंटीमीटर बर्फ गिरी।

लाहौल के उदयपुर, जहालमा, गोहरमा, शांशा, कीॄतग, लौट, ठोलंग, तांदी, गोशाल व बिङ्क्षलग में सेब के कार्टन अधिक मात्रा में फंसे हुए हैं। लगभग 60 ट्रक सेब बर्फबारी से लाहौल घाटी में फंस गए हैं। सैलानियों की पहली पसंद रहने वाले रोहतांग दर्रे में अब तक 3 फुट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जबकि बर्फबारी का दौर लगातार जारी है।कोकसर, दारचा, रौरिक व योचे में एक से डेढ़ फुट फुट, सिस्सू व गोंदला सहित मूङ्क्षलग में आधा फुट तक बर्फबारी हुई है। समस्त लाहौल घाटी में छोटे वाहनों सहित बस सेवा भी प्रभावित है। एस.डी.एम. मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि सैलानियों को सोलंगनाला व कोठी तक ही जाने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि मनमानी करने वाले वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कांगड़ा जिला की दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल बर्फबारी से एक तरफ से कट गई है। बड़ा भंगाल को बैजनाथ के बीड़ बिङ्क्षलग से जोडऩे वाला वाया थमसर ग्लेशियर मार्ग बंद हो गया है।

 

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