नाले में बदला रोहतांग-कोकसर मार्ग, राहगीर-सैलानियों की बढ़ीं मुसीबतें

Thursday, Jul 05, 2018 - 02:46 PM (IST)

मनाली: लगातार हो रही बारिश से मनाली-लेह मार्ग पर जोखिम बढ़ गया है। रोहतांग से कोकसर तक की सड़क नाले में तबदील हो गई है। बी.आर.ओ. पिछले 4 वर्ष से इस सड़क को डबललेन बना रहा है तथा सड़क की हालत सुधारने में लगा हुआ है लेकिन बी.आर.ओ. की कछुआ चाल राहगीरों सहित सैलानियों पर भारी पड़ गई है। लगभग 17 किलोमीटर लंबे इस रोहतांग-कोकसर मार्ग पर छोटे वाहन जगह-जगह फंस रहे हैं। बड़े वाहनों को लेकर भी चालक जोखिम उठाकर आर-पार कर रहे हैं। इस मार्ग पर सफर करने वाला हर राहगीर खस्ताहाल सड़क से परेशान है। कहीं-कहीं दलदल इतना अधिक है कि वाहनों के पुर्जे तक टूट रहे हैं। ग्रांफू  और राक्षी ढांक के बीच बना एक किलोमीटर का संपर्क मार्ग भी अपनी दयनीय हालत बयां कर रहा है।


डेढ़ दशक बाद भी पक्का नहीं हुआ एक किलोमीटर भाग
लोक निर्माण विभाग ने डोहरी मोड़ को देखते हुए डेढ़ दशक पहले इस संपर्क मार्ग का निर्माण किया था लेकिन एक किलोमीटर के इस भाग को लोक निर्माण विभाग डेढ़ दशक बाद भी पक्का नहीं कर पाया है। वाहन चालकों अमर पोकु, अशोक कारवा और राजू केलिंगवा ने बताया कि रोहतांग से कोकसर तक सड़क दलदल में तबदील हो गई है जिस कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार वाहन दलदल में फंस रहे हैं जिससे उन्हें नुक्सान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बी.आर.ओ. 2010 से इस सड़क को डबललेन बनाने में लगा हुआ है लेकिन 8 साल बीत जाने के बाद भी 17 किलोमीटर सड़क में सफर को सुहाना नहीं बनाया जा सका है। उन्होंने बी.आर.ओ. से आग्रह किया कि सड़क चौड़ाई के साथ-साथ सड़क की हालत भी सुधारी जाए ताकि राहगीरों को परेशानियां न हों।


बारिश के कारण दिक्कतें बढ़ी हैं दिक्कतें
सीमा सड़क के कार्यकारी कमांडर लैफ्टिनैंट कर्नल मयंक मेहता ने बताया कि 70 आर.सी.सी. मनाली-लेह मार्ग को सरचू तक डबललेन बना रही है। 226 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के अधिकतर भाग को चकाचक कर दिया गया है। रोहतांग-कोकसर मार्ग पर बारिश के कारण दिक्कतें बढ़ी हैं। मौसम साफ  होते ही मुरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाएगा और इसी साल सड़क को चकाचक बनाया जाएगा।

Vijay