यहां सड़क छाप नीम-हकीम देख रहे लोगों की नब्ज, विभाग बना मूकदर्शक

Friday, May 24, 2019 - 08:27 PM (IST)

सोलन: सोलन में सड़क छाप नीम-हकीमों की भरमार हो गई है और ये लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यही नहीं, ये मालरोड पर अपनी जड़ी-बूटियां लेकर बैठे होते हैं मगर विभाग इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। यह सड़क छाप नीम-हकीम सोलन के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी का फायदा उठा रहे हैं। ये नीम-हकीम ऐसी-ऐसी बीमारियों का इलाज करने का दावा करते हैं, जिनका इलाज कर पाना डिग्रीधारी विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए भी असंभव है।

बेवकूफ बनाकर लूटे जा रहे लोग

बता दें कि सोलन के आसपास के क्षेत्रों में नीम-हकीमों के टैंटनुमा या चलती-फिरती गाडिय़ों में दवाखाने मिल जाते हैं लेकिन अब तो ये सोलन के मालरोड पर भी डेरा जमा चुके हैं। यहां पर लोगों को बेवकूफ बनाकर उन्हें लूटा जा रहा है। आते-जाते लोगों को देखते ही ये उनकी नब्ज पकड़ लेते हैं। इसके बाद व्यक्ति को ऐसी-ऐसी बातों से घेर लेते हैं कि उसे लगने लगता है कि वे सचमुच में ही बीमार है और यह दवा खाने से वह ठीक हो जाएगा। यही नहीं, मर्दानगी बढ़ाने, अंदरूनी कमजोरी, मोटापा, गठिया व गंजापन सहित सभी गुप्त रोगों के इलाज का दावा करते हैं लेकिन शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसे इस दवा से फायदा हुआ हो। लोग भी इनके चंगुल में फंसते जा रहे हैं।

न कोई वैध लाइसैंस और न ही कोई डिग्री या डिप्लोमा

सोलन के बाईपास, चंबाघाट में पिछले काफी समय से ये दवाखाने चल रहे हैं लेकिन अब तो सोलन के मालरोड पर भी 3-4 स्थानों पर ये जड़ी-बूटी बेचने वाले नीम-हकीम देखे जा सकते हैं। इन नीम-हकीमों के पास न तो जड़ी-बूटियां, दवाएं बेचने को कोई वैध लाइसैंस है और न ही कोई डिग्री या डिप्लोमा है, जिसके आधार पर ये लोगों का इलाज कर सकें। स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग या आयुर्वेद विभाग ने अभी तक इन सड़क छाप नीम-हकीमों पर कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे विभागों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ रही है।

विभाग जल्द करेगा कार्रवाई

आयुर्वेद अधिकारी सोलन डॉ. के.डी. शर्मा ने बताया कि बिना लाइसैंस जड़ी-बूटियां नहीं बेची जा सकती हैं। इस पर वन विभाग कार्रवाई करता है। बिना किसी डिग्री या डिप्लोमा के लोगों के इलाज करने का दावा कर ठगने वालों पर जल्द ही संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी।

Vijay