कुल्लू में रिवर राफ्टिंग तो लाहौल में बर्फबारी का आनंद उठा रहे पर्यटक

Friday, Nov 06, 2020 - 06:49 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप/ब्यूरो): कोरोना काल के दौरान जिला कुल्लू में साहसिक गतिविधियों को भी हरी झंडी मिल गई है तो वहीं पर्यटकों का आना-जाना भी शुरू हो गया है, ऐसे में कुल्लू-मनाली आ रहे पर्यटक अटल रोहतांग टनल के साथ-साथ ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग का भी मजा ले रहे हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले हुई लाहौल घाटी में बर्फबारी हुई है, जिसका दीदार करने के लिए पर्यटक अटल टनल से होकर लाहौल जा रहे हैं तथा सिस्सू की सुंदरता के साथ-साथ बर्फबारी का भी खूब आनंद ले रहे हैं।

जैसा सोचा था उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत है कुल्लू-मनाली

मेरठ से आए सैलानी कहकशा व शमी ने कहा कि कुल्लू-मनाली एक बहुत ही सुंदर जगह है जैसे हमने सोचा था वह उससे भी कहीं ज्यादा अच्छा है। कुल्लू-मनाली की पहाडिय़ां बर्फ  से लदी हुई ऐसी लग रही हैं मानों पहाड़ों पर चांदी बिखरी पड़ी हो। ऐसा हमने फिल्मों में देखा था आज हमने इसका दीदार भी किया। वहीं सिस्सू जाकर तो कश्मीर जैसा फील हो रहा था। पटियाला से घूमने आए जगमीत व उसकी पत्नी ने कहा कि जो भी सैलानी कुल्लू-मनाली घूमने आएं वे रिवर राफ्टिंग का लुत्फ जरूर उठाएं।

क्या बोले राफ्ट गाइड

राफ्ट गाइड संजू ने कहा कि विंटर सीजन में कुल्लू-मनाली में काम बहुत कम रहता है और पर्यटक भी बहुत कम आते हैं। समर सीजन में मार्च-अप्रैल के बाद काम ठीक रहता है। विंटर सीजन में ऐसे भी कोरोना के चलते काम नहीं है। पर्यटकों को रिवर राफ्टिंग करवाने के लिए सभी उपकरण दिए जाते हैं ताकि वे सुरक्षित रहें। इसके साथ ही लाइसैंस होल्डर गाइड भी मौजूद रहते हैं।

7 माह बाद शुरू हुआ रेहड़ी वालों का काम

जब रेहड़ी चलाने वाली महिला ज्योति से काम-धंधे को लेकर बात की गई उसने बताया कि 7 माह बाद काम शुरू हुआ है। कोरोना महामारी में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन द्वारा दिए गए नियमों का भी पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है। अभी काम बहुत कम है लेकिन धीरे-धीरे अब काम खुल जाएगा।

Vijay