बढ़ती आबादी बन रही बर्बादी का कारण : शांता

Friday, Aug 02, 2019 - 10:30 AM (IST)

पालमपुर(ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि लगातार बढ़ती आबादी की समस्या अब कई क्षेत्रों में बर्बादी का कारण बनती जा रही है। कुछ समाचार पढ़कर दिल दहल जाता है और सिर शर्म से झुक जाता है। असम की गरीब घर की एक बेटी बिकते-बिकते ऊना पहुंची है। इस प्रकार के समाचार रोज आते हैं। गरीबी की मजबूरी में गरीब प्रदेशों की बेटियां बेची जाती हैं,खरीदी जाती हैं और विदेशों में भी भेजी जाती हैं। क्या कभी यह समाचार भी आया कि किसी संपन्न परिवार की बेटी बेची और खरीदी गई हो। इस शर्मनाक परिस्थिति का एकमात्र कारण कुछ क्षेत्रों में भयंकर गरीबी है और इस गरीबी का सबसे बड़ा कारण बढ़ती आबादी है। उन्होंने कहा कि 28 वर्ष की एक लड़की दिल्ली में फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित है। डाक्टरों ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है और उसी के कारण दमा और कैंसर तक की बीमारियां फैल रही हैं। 

उन्होने ने कहा कि देश की राजधानी विश्व की सबसे अधिक प्रदूषित गैस चैम्बर बन गई है। बढ़ती आबादी के दबाव में अवैध निर्माण व भूमि पर अतिक्रमण बढ़ रहा है। वोट की राजनीति के दबाव में यह सब अवैध कुछ समय के बाद वैध करार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी के कारण बेरोजगारी और गरीबी बढ़ रही है। देश की इन सब समस्याओं के और भी कारण हैं परन्तु सबसे बड़ा कारण लगातार बढ़ती आबादी है। 34 करोड़ से बढ़ कर आज आबादी 141 करोड़ हो गई। 10 वर्षों के बाद भारत आबादी में चीन को पीछे छोड़ देगा जब भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला और सबसे अधिक भूखे लोगों वाला देश बन जाएगा। बहुत-सी योजनाओं का लाभ होना भी शुरू हुआ है परन्तु सब योजनाएं नीचे तक पहुंचते-पहुंचते प्रशासन की कमजोरी, भ्रष्टाचार और बढ़ती आबादी के कारण एक सीमा तक असफल हो रही हैं। शांता कुमार ने कहा कि पिछले 5 वर्षों से वे लगातार इस संबंध में बोलते, लिखते और अपनी बात सब जगह पहुंचाते रहे हैं।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार पत्र लिखा और कई बार इस विषय पर चर्चा भी हुई है। उन्हें प्रसन्नता है कि उन्होंने उनकी बात ध्यान से सुनी और शीघ्र इसका समाधान करवाने का आश्वासन भी दिया है। 

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Simpy Khanna