BPL के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा, गरीबों का हक डकार रहे धनवान लोग

Wednesday, Dec 26, 2018 - 12:19 PM (IST)

रिवालसर : बी.पी.एल. परिवार चयन प्रक्रिया में सरकार के लचीले नियमों का लाभ उठाते हुए राजनीतिक रसूखदार व धनवान लोग पंचायत जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की मिलिभगतसे गरीबों का हक छीन कर बी.पी.एल. श्रेणी में शामिल होकर मिलने वाली तमाम योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं जबकि असहाय, गरीब व पात्र परिवारों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। पंचायत लोअर रिवालसर, समलोंन व बरस्वाण के सैंकड़ों परिवारों ने मौखिक व लिखित में इस प्रकार की शिकायतों को बताते हुए उन्हें मीडिया के माध्यम से प्रदेश सरकार तक पहुंचाने की गुहार लगाई है।

सरकार को धोखा देकर गरीबों का हक छीना

प्रभावित लोगों का कहना है कि अपात्र लोगों ने झूठे शपथ पत्र देकर अपनी इन्कम व अपने घरों की पहचान व अन्य कई जानकारियां छुपाकर सरकार को धोखा देकर उनका हक छीना है जबकि पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने वोट बैंक की राजनीति में आंखें मूंद कर अपात्र लोगों का चयन होते देख आपत्ति तक करने का साहस नहीं किया, उलटा अमीरों को प्रोत्साहित किया तथा उन्हें यह कहकर डराया गया कि अगर आपने झूठी जानकारियां दीं तो आप को जेल की हवा खानी पड़ेगी।

उच्च स्तरीय जांच की मांग की

सैंकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, डी.सी. मंडी व बी.डी.ओ. बल्ह को भेजे शिकायत पत्र में बी.पी.एल. चयन प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है तथा सरकार के प्रति रोष प्रकट करते हुए कहा है कि बी.पी.एल. परिवार चयन प्रक्रिया पर अनेक सवालिया निशान उठ रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इस पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही, जोकि ङ्क्षचता का विषय है। बी.पी.एल. के चयन के लिए कड़े नियम नहीं होने के कारण यह योजना मूल उद्देश्य से भटक गई है। बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि जब सरकार की गाइड लाइन में ही खामियां हों तो गरीब तो बेचारा पिसेगा ही।

kirti