SIT की जांच में हुआ खुलासा, ऐसे हुई थी फिजियोथैरेपिस्ट की मौत

Saturday, Oct 14, 2017 - 06:01 PM (IST)

घुमारवीं: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत फिजियोथैरेपिस्ट ज्योति ठाकुर की हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर गठित एस.आई.टी. की जांच में एक बात स्पष्ट होकर सामने आई है कि ज्योति ठाकुर की मौत फंदा लगाने से हुई है। उल्लेखनीय है कि 5 व 6 सितम्बर की रात डा. ज्योति ठाकुर का शव सीलिंग फैन से लटका हुआ पाया गया था। फिजियोथैरेपिस्ट किराए के मकान में बिलासपुर के रौड़ा सैक्टर नंबर 3 में रहती थी। एस.आई.टी. जांच में पाया गया कि ज्योति ठाकुर ने दुपट्टे से सीलिंग फैन के पंखे व मोटर के बीच फंदा बनाया था, जिसकी गांठ काफी नीचे रह गई थी। डाक्टर ने फंदा लगाने के बाद नीचे रखी कुर्सी से जैसे ही जंप किया तो सीलिंग फैन एक तरफ  घूम गया, जिसके चलते मृतका का बायांं पांव प्लास्टिक की कुर्सी के ऊपर ही रह गया तथा दूसरा घुटने के बल नीचे चला गया। 

एस.आई.टी. को कमरे से मिला था ये सामान
इस मामले में गठित एस.आई.टी. ने जब मृतका के कमरे की छानबीन की तो कमरे में एक लैपटॉप, एक पैन ड्राइव, एक एस.डी. कार्ड मैमोरी स्टिक, एक बोतल शराब तथा 2 डायरियों के अलावा 1 लाख 11 हजार रुपए नकद, एक हीरे की अंगूठी, सोने के ईयर रिंग व 3 मोबाइल नंबर बरामद किए गए। जो डायरियां एस.आई.टी. जांच में मिली हंै, उनमें से एक डायरी को फाड़ दिया गया था। 

बीमारी के चलते टूट रहे थे रिश्ते 
मृतका की डायरी से यह भी पता चलता है कि उसकी शादी को लेकर 2 रिश्ते हुए थे लेकिन बीमारी के चलते ये रिश्ते टूट गए थे। डायरी में यह भी लिखा गया है कि उसके सपने टूट चुके हैं। इस डायरी में निजी क्लीनिक चलाने वाले डाक्टर का भी काफी जगह पर जिक्र किया गया है। एस.आई.टी. जांच के दौरान मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की मौत में किन्हीं रसूखदार लोगों का हाथ हो सकता है।

लैपटॉप व मोबाइल की रिपोर्ट आनी बाकी 
इस संदर्भ में एस.आई.टी. टीम के प्रमुख डी.एस.पी. घुमारवीं राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अब तक की जांंच से एक बात स्पष्ट हो गई है कि डाक्टर की मौत फंदा लगने से हुई है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान जो लैपटॉप और मोबाइल बरामद किए गए हैं, उनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जैसे ही इनकी रिपोर्ट आएगी, उनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शव की बिसरा रिपोर्ट में न ही किसी जहर और न ही वाइन की पुष्टि हुई है।