बैंक गारंटी व स्टाइपैंड के विरोध में सड़कों पर उतरे रैजीडैंट डाक्टर

Saturday, Apr 14, 2018 - 12:13 AM (IST)

शिमला: आई.जी.एम.सी. के रैजीडैंट डाक्टर ने सरकार के खिलाफ फिर मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को पी.जी. कोर्स करने के लिए 10 लाख की बैंक गारंटी पहले जमा करवाने और स्टाइपैंड बढ़ाने को लेकर आर.डी.ए. ने रैली निकाली। यह रैली सी.टी.ओ. से नाज चौक तक निकाली गई। इस दौरान रैजीडैंट डाक्टर ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आर.डी.ए. ने सरकार को चेताया कि वे बांड राशि नहीं भर सकते हैं, क्योंकि पी.जी. करने वाले सभी प्रशिक्षु डाक्टर अमीर घर से संबंध नहीं रखते हैं। आर.डी.ए. का कहना है कि इस साल भी पी.जी. काऊंसङ्क्षलग के बाद चयनित डाक्टर्स को ग्रारंटी राशि जमा करवाने को कहा है। यह राशि गरीब तबके के  डाक्टर्स के लिए संभव नहीं है। 


डाक्टर्स को लेना पड़ रहा लोन का सहारा 
उन्होंने कहा कि सरकार डायरैक्ट विद्यार्थी को पी.जी. कोर्स में सालाना 3.5 लाख रुपए देती है, ऐसे में डाक्टर्स 3 लाख सालाना बैंक गारंटी में कैसे दे सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से पी.जी. कोर्स करने वाले डाक्टर्स को भारी आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के इस निर्णय के कारण ही कुछेक डाक्टर्स को लोन का सहारा लेना पड़ रहा है, वहीं गरीब परिवार से संबंध रखने वाले तो लोन भी नहीं ले सकते हैं, वहीं इंटरन सहित रैजीडैंट डाक्टर ने स्टाइपैंड को बढ़ाने सहित उसे समय से दिए जाने की मांग की है। 


...तो आंदोलन को तेज करेंगे रैजीडैंट डाक्टर
आर.डी.ए. अध्यक्ष डा. अजय जरियाल ने बताया कि पी.जी. करने वाले डाक्टर्स की इस समस्या को लेकर आर.डी.ए. कई बार सरकार से मिल चुकी है और लिखित में अपील कर चुकी है कि पी.जी. करने के लिए 10 लाख की गारंटी को खत्म किया जाए लेकिन सरकार ने इस किश्तों में देने के लिए कहा। इससे डाक्टर्स की परेशानी कम नहीं हुई है। रैली में 200 के करीब डाक्टर्स ने भाग लिया। इस संबंध में आर.डी.ए. ने निर्णय लिया है कि जल्द ही इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो रैजीडैंट डाक्टर आंदोलन को तेज करेंगे।

Vijay