बर्फबारी में फंसे लोगों के लिए फरिश्ता बना रैस्क्यू दल, बचाईं 20 जानें

Thursday, May 04, 2017 - 11:12 PM (IST)

मनाली: रोहतांग दर्रे में पल-पल रंग बदल रहा मौसम राहगीरों पर भारी पडऩे लगा है। बुधवार देर शाम को चम्बा के किलाड़ से लाहौल होते हुए मनाली की ओर 3 वाहनों में आ रहे 20 लोगों का काफिला रोहतांग और राहनीनाला के बीच में फंस गया। बर्फ बारी की रफ्तार तेज होने से उनका निकलना और भी मुश्किल हो गया। हालात खराब होते देख चालकों व सवारियों ने गाडिय़ों को दर्रे में ही छोड़ मढ़ी का पैदल ही रुख कर दिया, साथ ही इसकी सूचना मढ़ी बचाव दल तक भी पहुंचा दी। इन लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। मढ़ी बचाव दल ने हालात बिगड़ते देख पैदल ही राहनीनाला का रुख किया और सभी लोगों को सुरक्षित मढ़ी पहुंचाया। रैस्क्यू टीम मढ़ी तक सभी को पैदल लाई जबकि मढ़ी से मनाली तक उन्हें वाहनों में भेजा गया। 

पहले भी फंस चुका है 15 गाडिय़ों का काफिला 
बी.आर.ओ. द्वारा दर्रे को बहाल कर देने के बाद भी रोहतांग आर-पार करने वालों की राहें अभी भी चुनौतियों से भरी हुई हैं। गत दिनों भी लाहौल से मनाली आ रहा 15 गाडिय़ों का काफिला लाहौल की ओर राक्षी ढांक में फंस गया था। काफिले ने राक्षी ढांक से कोकसर वापस होकर अपनी जान बचाई थी। मढ़ी बचाव दल में शामिल ए.एस.आई. हरिकृष्ण शर्मा ने बताया कि रैस्क्यू दल ने बर्फ बारी के बीच लोगों को पैदल लाकर सुरक्षित मढ़ी पहुंचाया। उन्होंने बताया कि लगातार बढ़ रही बर्फबारी से लोग खतरे में पड़ गए थे।

मौसम की परिस्थितियों को देखकर पार करें दर्रा : एस.डी.एम.
मनाली के एस.डी.एम. हेमराज बैरवा ने कहा कि लोग मौसम की परिस्थितियों को देखकर ही दर्रा पार करें तथा बचाव दल से संपर्क बनाए रखें। उन्होंने आग्रह किया कि इस तरह की स्थिति में लोग दर्रे को पार करने से परहेज करें ताकि सुरक्षा बनी रह सके।