सोलंगनाला से मनाली तक रातभर चला रैस्क्यू, मनाली नहीं पहुंच पाए पर्यटक

Wednesday, Jan 06, 2021 - 09:11 PM (IST)

मनाली (ब्यूरो): बर्फ का दीदार करने सोलंगनाला गए सैंकड़ों पर्यटकों को मंगलवार की रात वाहनों में ही काटनी पड़ी। रातभर रैस्क्यू अभियान चलता रहा लेकिन भारी बर्फ बारी और पर्यटक वाहनों की भारी तादाद के आगे सभी के प्रयास पर्यटक वाहनों को मनाली नहीं पहुंचा पाए। मंगलवार शाम 4 बजे के बाद सोलंगनाला में शुरू हुई भारी बर्फ बारी से डेढ़ हजार पर्यटक वाहन सोलंगनाला में फंस गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस हरकत में आई और डीएसपी संजीव व एसएचओ मनाली संदीप के नेतृत्व में 4 बजे रैस्क्यू का कार्य शुरू हो गया। जैसे-जैसे बर्फ  की रफ्तार तेज होती गई वैसे-वैसे हालात खराब होते गए। रात 10 बजे तक 1500 में से आधी से अधिक गाडिय़ां मनाली पहुंच गईं। 12 बजे हालात और खराब हो गए।

हालांकि मनाली की ओर से रैस्क्यू करने गई गाडिय़ां मौके पर पहुंच गईं। कुछेक पर्यटक जो टैक्सी में गए थे वे तो रैस्क्यू के लिए गई गाडिय़ों में आधी रात को लौट आए लेकिन अधिकतर पर्यटक अपनी गाडिय़ां छोडऩे को तैयार नहीं थे। 200 से अधिक पर्यटक वाहन सोलंगनाला से पलचान के बीच फंसे रहे। पर्यटकों ने रात गाड़ी में ही बैठकर बिताई। भारी बर्फ बारी के बीच पुलिस के आला अधिकारी दर्जनों जवानों के साथ पर्यटकों को रैस्क्यू करने में जुटे रहे। डीएसपी मनाली संजीव कुमार ने बताया कि हमारी पुलिस टीम रातभर रैस्क्यू आप्रेशन में डटी रही। उन्होंने बताया कि बुधवार को सभी पर्यटक वाहनों को सोलंगनाला से निकाल लिया गया है।

पर्यटकों को भी समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी

बर्फ में मौज-मस्ती के बीच पर्यटक अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते। सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करके पर्यटक बर्फ  का आनंद लेने चले जाते हैं। आपदा की स्थिति आती है तो सड़क किनारे खड़ी गाड़ी ही ट्रैफिक जाम का कारण बन जाती है। स्थानीय निवासी कुब्जू, लक्ष्मी, दीपा, रेशमा, अंशुल, पूर्ण, सुरेंद्र और रूप लाल ने बताया कि वे पर्यटकों को खतरे से अवगत करवाते रहते हैं लेकिन पर्यटक उनकी सलाह को हल्के में लेते हैं और इस तरह की परेशानी में पड़ जाते हैं।

Vijay