वर्ल्ड कप के फाइनल में तनाव भरे माहौल के बीच रेणुका ने खोला 'मोर की ड्राइंग' बनाने का राज... यह थी वजह!

punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 12:53 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हाल ही में आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप का खिताब जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात न केवल विश्व कप की जीत का जश्न थी, बल्कि इस दौरान खिलाड़ियों और प्रधानमंत्री के बीच कुछ भावनात्मक और रोचक सवाल-जवाब भी हुए, जिन्होंने कई दिल जीत लिए।

मैच के तनाव में मोर की ड्राइंग:

मुलाकात के दौरान तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने मैच के बीच में एक दिलचस्प किस्से का खुलासा किया। रेणुका ने बताया कि जब ड्रेसिंग रूम में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था, तो उन्होंने एक सफेद कागज पर मोर की ड्राइंग बनाई थी। रेणुका के अनुसार, उन्होंने यह इसलिए किया क्योंकि उन्हें केवल मोर ही बनाना आता था और मोर सकारात्मकता का प्रतीक होता है। उनका उद्देश्य था कि माहौल थोड़ा हल्का हो जाए।

इस पर पीएम मोदी ने भी मुस्कुराहट के साथ जवाब दिया, जिसके बाद जेमिमा रॉड्रिग्स ने मजाकिया अंदाज में बताया कि मोर के बाद रेणुका चिड़िया बनाने वाली थीं, लेकिन टीम ने उन्हें रोक दिया।

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पीएम मोदी ने किया रेणुका की मां के 'संघर्ष' को सलाम

पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के शिमला के रोहड़ू की रहने वाली रेणुका सिंह ठाकुर की मां सुनीता ठाकुर के त्याग और संघर्ष की विशेष रूप से प्रशंसा की। रेणुका जब महज तीन साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया था। उनके पिता, स्वर्गीय केहर सिंह, क्रिकेटर विनोद कांबली के बड़े फैन थे और इसी वजह से उन्होंने रेणुका के भाई का नाम 'विनोद' रखा था।

प्रधानमंत्री ने रेणुका से कहा: 

"मैं आपकी माताजी को विशेष रूप से प्रणाम करूंगा कि इतनी कठिन जिंदगी में से उन्होंने आपकी प्रगति के लिए इतना बड़ा योगदान दिया। सिंगल पैरेंट्स होने के बावजूद उन्होंने आपकी जिंदगी को बनाने के लिए इतना किया।" पीएम की इन भावुक कर देने वाली बातों को सुनकर रेणुका भी भावुक हो गईं। प्रधानमंत्री ने रेणुका को यह भी कहा कि वह घर जाने पर उनकी माता को उनका प्रणाम कहिएगा।

रेणुका के पिता का सपना था कि उनके बच्चे क्रिकेट में नाम कमाएं और आज रेणुका ने भारतीय टीम में एक तेज गेंदबाज के तौर पर खेलकर अपने पिता के सपने को पूरा किया है। उनकी इस सफलता के पीछे उनकी मां के अकेले दम पर पाले जाने का बड़ा योगदान है।

यह मुलाकात विश्व विजेता महिला टीम के लिए एक अविस्मरणीय पल बन गई, जिसने खेल की जीत के साथ-साथ मानवीय रिश्तों और संघर्षों की कहानियों को भी उजागर किया।


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Content Editor

Jyoti M