Himachal: धर्मगुरु दलाईलामा के बड़े भाई का हुआ निधन

punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 11:07 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। तिब्बती धर्मगुरु 14वें दलाईलामा के बड़े भाई ग्यालो थोंडुप का 97 वर्ष की आयु में पश्चिम बंगाल के कलिंपोंग स्थित उनके निवास पर निधन हो गया। उनका पूरा जीवन तिब्बती संस्कृति और धर्म के संरक्षण के लिए समर्पित रहा। ग्यालो थोंडुप के निधन से न केवल तिब्बती समाज, बल्कि पूरे बौद्ध समुदाय को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके अनुयायियों का मानना है कि उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर बना रहेगा।

जीवन और प्रारंभिक काल

ग्यालो थोंडुप का जन्म पांच नवंबर, 1928 को हुआ था और उनका जीवन दलाईलामा के अनौपचारिक दूत के रूप में भी महत्त्वपूर्ण रहा। उन्होंने हमेशा तिब्बती संस्कृति और धर्म के उत्थान के लिए काम किया। दलाईलामा के प्रति उनका समर्पण और निष्ठा अविस्मरणीय थी। उनका जीवन ज्ञान, करुणा और सहनशीलता का प्रतीक माना जाता था, जो उन्हें तिब्बती समाज में एक प्रेरणास्त्रोत बनाता था।

तिब्बती स्वतंत्रता संग्राम में योगदान

ग्यालो थोंडुप ने तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और दलाईलामा के अनौपचारिक दूत के रूप में कई महत्वपूर्ण कूटनीतिक कार्य किए। 


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Content Editor

Jyoti M

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