प्रदेश में धमकी के बावजूद कड़े पहरे में रिलीज हुई ‘पद्मावत’, युवाओं में दिखा भारी उत्साह

Thursday, Jan 25, 2018 - 04:26 PM (IST)

शिमला: ‘पद्मावत’ फिल्म को लेकर जहां देश भर में विरोध हो रहा है वहीं हिमाचल में हालात शांतिपूर्ण हैं। प्रदेश के सभी सिनेमाघरों में कड़े सुरक्षा के पहरे में फिल्म को रिलीज किया गया।


सुंदरनगर के पीवीआर में फिल्म ‘पद्मावत’ का पहला शो वीरवार सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ। इस दौरान सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए। युवाओं में फिल्म को लेकर भारी उत्साह दिखा। हालांकि पहले शो में इतनी भीड़ नहीं दिखी। पुलिस के जवानों और तहसीलदार मौके पर मौजूद रहे। पीवीआर संचालक ने बताया कि सुंदरनगर में फिल्म को लेकर कोई विरोध नहीं है। पूरी राजपूत सभा साथ है। 


हमीरपुर में भी पुलिस के पहरे में लोगों ने सिनेमाघरों में फिल्म देखी। हालांकि यहां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के चलते सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुबह से ही सिनेमाघरों के आसपास पुलिस का कड़ा पहरा था। शहर के बीचों बीच गांधी चौक के पास सिनेमाघर में हर आने जाने पर पैनी नजर रखी जा रही थी ताकि कोई अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके। हमीरपुर में भी राजपूत सभा के सदस्यों ने नादौन एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर फिल्म रिलीज पर विरोध जताया। वहीं फिल्म के इंटरवल में बाहर आए हुए दर्शकों ने भी फिल्म की सराहना की और कहा कि यह फिल्म बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि इसमें इतिहास से कुछ एक सीन में छेड़छाड़ हुई है। उन्होंने कहा कि दोनों कलाकारों ने बखूबी किरदार निभाए हैं।  


शिमला में भी फिल्म को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ। यहां पर रिट्ज सिनेमा में यह फिल्म तय समय पर रिलीज हुई और पहला शो के शुरू होने से पहले किसी तरह का कोई हल्ला नहीं हुआ। शिमला में पुलिस के पहरे में फिल्म चली। थियेटर के मुख्य गेट के अलावा उसकी लॉबी में भी पुलिस के जवान तैनात हैं। इसके साथ ही प्रदेश के हर जिले मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, सोलन में फिल्म देखी गई। 


मंडी के सिनेमाघरों में भी इसे रिलीज किया गया। जिला के कुसम सिनेमाघर में फिल्म देखने लोग कम संख्या में आए लेकिन जिन्होंने इसको देखा उनके अनुसार फिल्म में विरोध करने जैसा उन्हें कुछ नहीं लगा। यहां पर सिनेमाघर में फिल्म देखने के बाद युवतियों के अनुसार फिल्म में एक महिला के गौरव की गाथा को दिखाया गया है। जिसका विरोध करने वाले लोगों पर उन्हें शर्म आती है। साथ ही दर्शर्कों ने फिल्म के डायरेक्टर के कार्य की भी सराहना की और सभी से इसको देखने का आग्रह भी किया। हालांकि मंडी में भी करनी सेना के पक्ष में पद्मावत को रिलीज न करने के लिए धरने किए गए थे, जिसके चलते सिनेमाघरों में सुरक्षा की दृष्टी से पुलिस की तैनाती भी की गई थी। लेकिन यहां पर किसी प्रकार का विरोध नहीं देखा गया।