फरिशते बने युवा, जान की परवाह किए बिना बर्फ में फंसी भेड़-बकरियों का ऐसे किया Rescue

Tuesday, Dec 17, 2019 - 03:41 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत) : शाहपुर उपमंडल के बोह में बर्फबारी में भेड़-बकरियों संग फंसे भेड़पालकों के लिए नोडल क्लब मोरछ के युवक फरिश्ता बनकर आए। बोह के खबरू झरना के पास दो दिन से लगातर हो रही भारी बारिश के चलते हुई बर्फबारी में भरमौर निवासी गद्दी पुहाल, दूली राम व उनका बेटा संजय कुमार 340 भेड़-बकरियों के साथ फंस गए थे। इसकी सूचना मिलते ही मोरछ-भंगार व गड़घून के युवा अपनी जान की परवाह किए बिना भेड़पालकों व भेड़-बकरियों का रेस्क्यू करने निकल पड़े।

मोरछ-भंगार व गड़घून के युवाओं ने टीम बनाकर 3 से 4 फीट बर्फ में भेड़-बकरियों के लिए रास्ता बनाया और उन्हें मोरछ गांव में पहुंचाया। रेस्क्यू टीम में मदन सिंह, उत्तम सिंह, अशोक कुमार, जोगिंद्र सिंह, शौनकी राम, सुरजीत सिंह, केवल सिंह, मेघो, बिट्टू राम, सुरजीत सिंह, बबलू राम, दिलवर सिंह, झोंफी राम, रंगीला राम, मदन सिंह,बिहारी, रणजीत सहित स्थानीय लोग शामिल थे।

भेड़ पालक दूली राम ने बताया कि वह अपनी भेड़-बकरियों को लेकर भरमौर से इंदौरा जा रहे थे। पिछले दो दिनों से वह खबरू में ठहरे हुए थे, लेकिन अचानक रात को भारी हिमपात हुआ, सुबह होते ही उनकी भेड़ें बकरियां बर्फ में डूब चुकी थी, जिसके चलते सुबह उनका बेटा मदद मांगने के लिए गड़घून गांव पहुंचा, जहां से उसने मोरछ के युवाओं से संपर्क साधा। जिस पर 25 से 30 युवाओं ने एकत्रित होकर खबरू से ऊपर पहाड़ में फंसी 300 के करीब भेड़ बकरियों को बर्फ से निकालकर मोरछ तक ले आए। भेड़पालक ने सरकार से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई हैं।

 डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि कुछ भेड़पालक जो कि बोह-द्रीणी से होते हुए इंदौरा की तरफ जा रहे थे। जिनके पास 340 भेड़ें थी, कल शाम तक 300 भेड़ें निकाली जा चुकी थी और 40 बाकी बचती थी। अभी जो सूचना मिली है, उसमें 40 भेड़ों को भी निकालकर भेड़पालक को सौंप दिया गया है। मात्र भेड़ों के ही फंसने की सूचना थी, जबकि किसी भी व्यक्ति के फंसने की कोई सूचना नहीं थी। हमारा फील्ड स्टाफ लगा हुआ था तथा सभी भेड़ों को निकाल लिया गया है।

Edited By

Simpy Khanna