रि-ऑडिट में एक बार फिर बड़ा घोटाला हुआ उजागर, ग्रामीणों ने लगाए यह गंभीर अारोप

Sunday, Jul 22, 2018 - 02:58 PM (IST)

अम्ब : दि कटौहड़ खुर्द कृषि सेवा सहकारी सभा सीमित के रिकार्ड में पाई जाने वाली अनियमितताओं के मामले में चल रहे रि-ऑडिट में एक बार फिर बड़ा कथित घोटाला उजागर हुआ है। सभा के वर्ष 2015-16 व वर्ष 2016-17 के हुए रि-ऑडिट में कुल 4,24,44,062 रुपए का कथित स्कैम सामने आया है। यह रकम बढऩे की उम्मीद है क्योंकि अभी एक साल 2017-18 का रि-ऑडिट चल रहा है। जिला अंकेक्षण अधिकारी सहकारी सभाएं ऊना ने वर्ष 2015-16 व वर्ष 2016-17 के हुए रिऑडिट की विशेष अंतरिम रिपोर्ट सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं ऊना को सौंप दी है जबकि 2017-18 का रि-ऑडिट अभी चल रहा है।

गत महीनों सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं ऊना ने सोसायटी में वर्ष 2014-15 के दौरान हुए करीब 1 करोड़ 47 लाख की कथित हेरा-फेरी की शिकायत पर अम्ब पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था। गत मार्च माह में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जांच में पाया गया कि कुछ खाताधारकों के लेजर (बही खाता) में और कम्प्यूटर में अलग-अलग राशि दिख रही है। 15 जनवरी, 2016 को एक ही दिन में अलग-अलग खातों (कम्प्यूटर) से 65 लाख निकला हुआ पाया गया और 15 जनवरी, 2017 को विभिन्न खातों (कम्प्यूटर) से 1 करोड़  80 लाख की राशि निकली हुई पाई गई। दूसरी तरफ इन्हीं खातों के मैनुअल अकाऊंट एवं बही (लैजर) में पैसा स्थिर पाया गया।

4 माह से भूमिगत है निलम्बित सचिव
उधर सभा का निलम्बित सचिव पिछले करीब 4 माह से भूमिगत है। सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में सोसायटी के 5 हजार से ज्यादा सदस्य हैं। सभा के कई सदस्यों एवं खाताधारकों ने अपने खून पसीने की सारी कमाई सोसायटी में जमा करवा रखी है। इस मामले में ग्रामीण आरोप लगाते आ रहे हैं कि इतना बड़ा कथित घोटाला संबंधित विभाग के कुछ अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कथित मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता। सवाल उठ रहे हैं कि पूर्व में हुए ऑडिट के वक्त इतना बड़ा घोटाला क्यों नहीं पकड़ा गया और सचिव को निलम्बित करने के बावजूद समय पर ही बाहर क्यों नहीं निकाला गया। इस कथित घोटाले में सबसे ज्यादा परेशान वह लोग हैं जिनका पैसा पासबुक और वही खाता (लेजर) में तो बोल रहा है लेकिन उनके हजारों लाखों रुपए कम्प्यूटर खाते से गायब हैं। पीड़ित लोग आए दिन सोसायटी आ रहे हैं लेकिन यहां पर उन्हें आश्वस्त किया जा रहा है कि उनकी रकम उन्हें मिलकर ही रहेगी।

2017-18 का रि-ऑडिट प्रगति पर
जिला अंकेक्षण अधिकारी सहकारी सभाएं ऊना ने बताया कि उक्त 2 वर्षों की अवधि के हुए रि-ऑडिट में कुल 4,24,44,062 रुपए की कथित हेरा-फेरी निकली है। उनके द्वारा रि-ऑडिट के तहत 2 वर्षों की अंतरिम विशेष रिपोर्ट सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं ऊना को प्रेषित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 का रि-ऑडिट चल रहा है। उम्मीद है कि 31 जुलाई तक यह रि-ऑडिट भी पूरा हो जाएगा। 


 

kirti