RBI से जारी पैसा ‘ऊंट के मुंह में जीरा’

Sunday, Dec 04, 2016 - 10:17 AM (IST)

धर्मशाला: नोटबंदी के बाद हिमाचल प्रदेश में अब तक लगभग 600 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं लेकिन महीने की शुरूआत ने कैश की जरूरत बढ़ा दी है। आर.बी.आई. द्वारा प्रदेश को जितना धन दिया जा रहा है, जनसंख्या के हिसाब से यह राशि ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हो रही है। बैंकों को जारी होने वाली राशि से भी बैंक अपने उपभोक्ताओं को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं। महज एक घंटे के अंदर ही बैंक अपने हाथ खड़े कर रहे हैं। इससे स्वत: ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि नोटबंदी के सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। 


जरूरत के समय नहीं मिल रहा पैसा
पैसा निकासी की सीमा निर्धारित है। एक दिन में 2000 तो सप्ताह में 24000 निकालने की सीमा है। इसमें भी 2000 ए.टी.एम. के माध्यम से हैं लेकिन ज्यादातर ए.टी.एम. में लिमिट की राशि होने पर कुछ ही उपभोक्ता संतुष्ट हो पा रहे हैं। बैंकों में भी लाइनों में लगने के बावजूद समय पर पैसे नहीं मिल रहे हैं और जरूरत के समय राशि न मिलने से लोगों के समक्ष परेशानी खड़ी हो रही है।


अब तक बैंकों को मिली इतनी राशि
सूत्रों की मानें तो नोटबंदी के बाद आर.बी.आई. से यूको बैंक को लगभग 72 करोड़, पी.एन.बी. को 200 करोड़, पटियाला बैंक को 200 करोड़ तथा एस.बी.आई. को सर्वाधिक 400 करोड़ रुपए मिले थे। बैंक जानकारों की मानें तो आर.बी.आई. से 8 नवम्बर के बाद प्रदेश के इन बैंकों को जारी हुई राशि लगभग समाप्त हो चुकी है। इसके अतिरिक्त आर.बी.आई. जितना भी पैसा बैंकों को जारी कर रहा है, प्रदेश में पैसे की डिमांड उतनी ही बढ़ती जा रही है।


500 के नोट आने से देखने को मिला कुछ सुधार
एस.बी.आई. अधिकारियों की मानें तो प्रदेश में 500 के नए नोटों का प्रचलन शुरू कर दिया गया है तथा इसके शुरू होने से लोगों की दिक्कतें कम होने लगी हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस महीने के आखिर तक प्रदेश में जनजीवन सामान्य हो जाएगा। जो लोग 2000 के नोट लेकर खुले पैसे न मिलने की शिकायतें कर रहे थे, 500 के नोट बाजार में आने से उनकी शिकायतें भी दूर होंगी।


एक सप्ताह में सैलरी से निकलेंगे 24000
नोटबंदी के बाद अब कर्मचारी एक सप्ताह में 24,000 रुपए तक निकाल सकेंगे। इस राशि के अतिरिक्त एक सप्ताह में और अधिक राशि नहीं निकाली जा सकती है।


ज्यादा पैसा चाहिए तो यह करें
बैंक अधिकारियों की मानें तो लोगों को जरूरत के हिसाब से पैसा दिया जा रहा है। शादी वाले घर को अधिकतम 25 हजार रुपए की राशि मुहैया करवाया जा रही है। इसके लिए शादी वाले घर के किसी सदस्य को शादी का कार्ड दिखाना होगा। वहीं यदि किसी मरीज को अधिक पैसे की आवश्यक्ता होगी तो उसकी इस कमी को पूरा करने के लिए बैंक प्रबंधन कार्य कर रहा है। मरीज को इसके लिए डॉक्टर से सत्यापित पर्ची दिखानी होगी, जिस पर उसे पैसा दिया जा सके। सैलरी वाले व्यक्ति को जरुरत के समय अधिकतम 4000 रुपए की अतिरिक्त राशि दी जा रही है।