पर्यटक दे रहे मौत को दावत, रावी के साथ कहीं अठखेलियों का शौक भारी न पड़ जाए

Sunday, Jun 09, 2019 - 10:41 AM (IST)

तीसा : चम्बा-पांगी को जोडऩे वाला दर्रा साच साल में महीने ही खुला रहता है। इसके अलावा 7 महीने यहां भारी बर्फ गिरने से यह बंद रहता है। साच पास को खोलने और उसके रखरखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग मंडल पांगी के पास है। जैसे ही गर्मी का सीजन आता है तो लोक निर्माण विभाग द्वारा साच पास को खोलने के लिए मशीनरी लगाई जाती है। साच पास पर्यटकों के घूमने के लिए जून माह में खुलता है और अक्तूबर में फिर से बंद हो जाता है। इस बीच यहां पर्यटकों की खूब आवाजाही रहती है।

साथ ही जब देश में शरीर को झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही होती है तब साच पास पर बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है। गर्मी के मौसम में पर्यटक आजकल चुराह के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ का दीदार करने के लिए चुराह पहुंच रहे हैं। हर पर्यटक यही चाहता है कि पहाड़ों पर घूमने जाएं और बर्फबारी का दीदार हो जाए। ऐसे में चुराह के सतरुंडी में बर्फ देखने के लिए पहुंच रहे पर्यटकों की हर रोज भीड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि अभी पांगी सड़क मार्ग खोलने का काम जारी है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों से पर्यटक यहां हर रोज आ रहे हैं।

आमतौर पर बर्फ का दीदार भरी सर्दी में ही हो पाता है लेकिन सतरुंडी व साच पास जैसी ऊंचाई वाली जगहों पर सालभर बर्फ की चादर बिछी रहती है। सतरुंडी व साच में दो साल पहले दक्षिण भारत की बॉर्डर फिल्म की शूटिंग भी की गई थी, जिसके बाद इसकी प्रसिद्धि काफी फैल गई। इसके बाद पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसके अलावा इलाके में ऐतिहासिक पर्यटन की भी काफी संभावनाएं हैं क्योंकि देवीकोठी मेंचामुंडा मंदिर है यहां पर रोजाना सैंकड़ों लोग आते हैं।


 

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