ज्वालामुखी मंदिर में खराब हुआ लंगर भवन में रखा राशन

punjabkesari.in Wednesday, Aug 26, 2020 - 02:41 PM (IST)

ज्वालामुखी (कौशिक): विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर लगभग 6 माह से कोरोना संकटकाल के चलते बंद पड़ा है, जिसके चलते मंदिर के लंगर भवन में पड़ा गोदामों में हजारों रुपए का राशन खराब हो गया है। इससे मंदिर न्यास ज्वालामुखी को संकट की इस घड़ी में हजारों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ा है। गौरतलब है की कोरोना संकटकाल के चलते देश के मंदिर बंद रखे गए थे परंतु बाद में कई राज्यों में धीरे-धीरे खोले जा रहे हैं। हालांकि वैष्णो देवी मंदिर और अन्य राज्यों के मंदिर खोल दिए गए परंतु हिमाचल प्रदेश में अभी तक मंदिरों को खोलने की प्रदेश सरकार ने स्वीकृति प्रदान नहीं की है। ज्वालामुखी मंदिर में स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला के निर्देश पर 3 माह लॉकडाउन में गरीबों मजदूरों प्रवासियों व अन्य जरूरतमंद लोगों को ज्वालामुखी बस अड्डे के पास 2 समय नि:शुल्क पका हुआ भोजन बांटा जाता था, परंतु 3 माह के बाद इसे बंद कर दिया गया। ज्वालामुखी मंदिर के कर्मचारियों का भोजन भी बंद कर दिया गया और मंदिर से जुड़े पुजारी वर्ग के लिए भी माता का प्रसाद बंद कर दिया गया।

खर्चों में कटौती करने की कवायद में हजारों का राशन लंगर भवन के गोदाम में सड़ गया मंदिर के कर्मचारियों द्वारा प्रशासन को रिपोर्ट की गई की ज्वालामुखी मंदिर के लंगर भवन के गोदाम में चने की दाल 58 किलो, माह की दाल 60 किलो, साबुत मूंग 53 किलो, राजमाह 210 किलो, रोंगी 162 किलो, काले चने 80 किलो, बेसन 233 किलो, गुड़ 57 किलो, सूखा दूध 163 किलो, सफेद चने 118 किलो, मटर 30 किलो, मिश्री 4 क्विंटल व अन्य काफी सामान मंदिर के लंगर भवन के गोदामों में गल सड़ गया है। इसके लिए मंदिर प्रशासन ने मंदिर न्यास सदस्यों को बुलाकर स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक ज्वालामुखी स्वास्थ्य पर्यवेक्षक राजकुमार भाटिया को विशेष अनुरोध कर मंदिर में बुलाया और मंदिर के लंगर भवन के गोदाम में सारा सामान दिखाया। इस संदर्भ में मंदिर अधिकारी तहसीलदार जगदीश शर्मा ने कहा कि कोरोना संकटकाल में क्योंकि मंदिर के द्वार बंद रहे यात्रियों का आना जाना नहीं हो पाया इस वजह से लंगर में रखा गया सामान बरसात के दिनों में खराब हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस राशन को बांटने के लिए मना कर गए हैं। इसलिए मंदिर न्यास ज्वालामुखी और प्रशासन के निर्देश पर इसे गौ सदन में भेजने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jinesh Kumar

Recommended News

Related News