संदेह के घेरे में रेपिड एंटीजेन टैस्ट, देहरा का व्यक्ति नई तकनीक में नेगटिव, पुरानी में आया पॉजिटिव

punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2020 - 08:44 AM (IST)

देहरा (राजीव): एक दिन पहले शुरु हुई रेपिड एंटीजन टैस्ट की प्रमाणिकता संदेह के घेरे में आ गई है। इस तकनीक से अपना सैंपल की जांच करवाने वाले व्यक्ति नेगटिव पाया गया जबकि पुरानी तकनीक से 2 दिन पहले दिए गए सैंपल में पॉजिटिव नेगेटिव आई है जबकि उसी व्यक्ति का रविवार को लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट जब मंगलवार शाम को आई तो उसको पॉजिटिव पाया गया है जिसके कारण रैपिड एंटीजेन टैस्ट सन्देह के घेरे में है। वहीं मंगवार को सिविल अस्पताल देहरा में लिए गए सैंपल में 7 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल में रैपिड टेस्ट के माध्यम से 30 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इस दौरान रिपोर्ट में 7 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि 7 लोगों में से 5 लोग एक ही परिवार से संबंधित हैं। पिछले कल जो महिला पॉजिटिव पाई गई है वह उसके परिवार के सदस्य हैं जो कि उसके कांटेक्ट में थे।

इसके अतिरिक्त 2 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें से एक देहरा के निकटवर्ती क्षेत्र मूहीं व दूसरा भटोली फकोरियां क्षेत्र का है। देहरा अस्पताल के एसएमओ डॉ गुरमीत ने बताया कि मंगलवार को अस्पताल में 30 टैस्ट किए गए जिनमे 7 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलाबा रविवार को सिविल अस्पताल में जो सैम्पल लिए गए थे उनमें 4 लोगों के पॉजिटिव आए हैं। सीएमओ कांगड़ा ने बताया कि रैपिड एंटीजेन टैस्ट की रिपोर्ट 100 प्रतिशत सही नहीं हो सकती है। कोरोना वायरस को लेकर पहले से लिए जा रहे सैंपल की टैस्ट तकनीक ही अधिक प्रमाणिक है। पुरानी तकनीक में यदि व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है तो वह सही है।


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Jinesh Kumar

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