राणा बोले - तो ले लूंगा राजनीति से सन्यास

Monday, Mar 16, 2020 - 06:33 PM (IST)

सुजानपुर : वरिष्ठ कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि सपाहल गांव की 2670 कनाल जमीन जो कि सरकार के खाते में निहित हो गई थी। उसका फैसला सुजानपुर एसडीएम कोर्ट ने 28 अगस्त 2016 को ग्रामीणों के हक में उनकी मौजूदगी में सुनाया था, लेकिन अब सस्ती लोकप्रियता के लिए कुछ लोगों ने इस प्रयास का श्रेय लेने की होड़ में इसको अपना प्रयास बताया है। 

राणा सुजानपुर के चैरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत सपाहल में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने खुले मंच से चुनौती दी है कि ग्रामीणों को उनकी जमीनों का मालकीयती हक दिलाने के लिए वह लम्बे समय से प्रयासरत थे। जिसकी गवाह समूची सपाहल ग्राम पंचायत है। उन्होंने कहा कि एसडीएम कोर्ट सुजानपुर 28 अगस्त 2016 को यह फैसला सुनाया तो उसके बाद हिस्सेदारान ज्यादा होने के कारण दाखिल खारिज की औपचारिकता को लम्बा समय लगना स्वाभाविक था, लेकिन अब बीजेपी के कुछ लोग जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास करते हुए इसका श्रेय लेने की होड़ में अपनी नैतिकता तक भूल गए हैं और सरेआम झूठ बोलकर जमीनी हक दिलाने के प्रयास को अपना प्रयास बताने लगे हैं। 

उन्होंने चुनौती दी है कि अगर सपाहल गांव के लोगों को जमीनों का मालकीयती हक दिलाने में कोई छोटा या बड़ा बीजेपी नेता अपना प्रयास साबित कर दे तो वह सियासत से सन्यास लेने को तैयार  है। उन्होंने कहा कि सच सच होता है लेकिन एक झूठ को 100 बार बोलने से झूठ सच नहीं बनता है। बीजेपी के लोगों को अपनी राजनीतिक मर्यादा व हैसियत का ख्याल होना चाहिए। शायद यही कारण है कि जिला की जनता विगत विधानसभा चुनावों में एक ही झटके में बीजेपी को हमीरपुर में अर्श से फर्श पर ला चुकी है। 

उन्होेंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। जिस कारण से प्रदेश के विकास का पहिया पूरी तरह से रुक चुका है। केन्द्र सरकार की व्यक्तिगत एजेंडे पर सरकार को चलाने की जिद्द के कारण अर्थव्यवस्था चैपट हो चुकी है। बैंक डूबने की कगार पर हैं और बीजेपी नेता भड़काऊ भाषण देकर देश में नफरत की राजनीति फैलाने में लगी है। उन्होंने कहा कि सत्ता के खौफ में जहां आम नागरिकों की अभिव्यक्ति की आजादी पर पहरे लगाए गए हैं वहीं बीजेपी के नेताओं के भड़काऊ भाषणों को लेकर खुद सरकार इन्हें बचाने में लगी है।

यही भड़काऊ भाषण अगर किसी नागरिक या विपक्षी नेता ने दिए होते तो वह सलाखों के पीछे होते। राणा ने चैरी के सपाहल गांव में भी फिर से अपने रसूख प्रभाव को साबित करते हुए डेढ़ दर्जन के करीब  लोगों को बीजेपी से निकालकर कांग्रेस में शुमार करवा लिया। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों के बाद राणा सुजानपुर क्षेत्र का एक तरह से कांग्रेसीकरण लगातार करते जा रहे हैं।

विकास कार्यों की घोषणा

विधायक राजेंद्र राणा ने ग्राम पंचायत सपाहल के विकास कार्यों को लेकर अनेक घोषणाएं की जिनमें सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 5 लाख रुपए, जंज घर के निर्माण के लिए 2 लाख रुपए, लिंक रोड स्पाहल से बस्ती तक निर्माण की घोषणा, जंज घर भटानी के निर्माण को 2 लाख, वर्षा शालिक गांव मझोट में निर्माण के लिए घोषणा और 17 सोलर लाइट, ग्राम पंचायत कक्कड़ में सराय भवन के निर्माण के लिए 2 लाख रुपए, ग्राम पंचायत बजरोल के बटलंम्बर गांव के ओम नमरू शिवायरू महिला मंडल  भवन के निर्माण के लिए 3 लाख पचास हजार रुपए स्वीकृत किए। इसी दौरान पौंहच व काडियार में भी जनसभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों की मुख्य सूची में शरवन सिंह, साधु राम, सुहडू राम, डॉक्टर किशोरी लाल, जसवंत सिंह, प्रताप सिंह, धनी राम, ध्यानु राम, बलदेव सिंह, रवि सिंह, जगदीश चंद, बिधि सिंह, अनिता देवी, वीरता देवी, वीना देवी, केसरी देवी आदि शामिल है। 
 

kirti