नवजात बच्चे की मौत पर अस्पताल में हंगामा, परिजनों ने डॉक्टरों पर जड़ा लापरवाही का आरोप(Video)

Friday, Dec 21, 2018 - 11:55 AM (IST)

कुल्लू: क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में वीरवार को एक नवजात बच्चे की मौत पर परिजनों व रिश्तेदारों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि वीरवार को शाम के समय महिला की डिलीवरी हुई और उसके बाद बच्चा परिजनों को सौंप दिया। बच्चा स्वस्थ था और उसके बाद बच्चे के कुछ अस्वस्थ होने का परिजनों को आभास हुआ। उन्होंने बार-बार संबंधित वार्ड में तैनात स्टाफ को डॉक्टर को बुलाने को लेकिन इसके बावजूद डाक्टर नहीं आए। कुछ देर के बाद वार्ड में तैनात नर्सें बच्चे को ले गईं और करीब 20 मिनट के बाद परिजनों को सूचित किया गया कि बच्चे की मौत हो गई है।

कहने के बाद भी क्षेत्रीय अस्पताल से रैफर नहीं की महिला

पार्वती घाटी के छिंजरा निवासी रामकृष्ण ने ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल में पहले ही कहा था कि यदि वे सही तरीके से उनकी पत्नी की डिलीवरी नहीं करवा सकते हैं तो उनकी पत्नी को रैफर कर दें। ऐसा कहने के बावजूद उनकी पत्नी को रैफर नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि डाक्टरों की लापरवाही से उनके बच्चे की मौत हुई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन अब अपनी खाल बचाने के लिए कई तरह के बहाने बना रहा है। बच्चे के मां के गर्भ में होते समय ही कई तरह के इंफैक्शन भी गिनाए जा रहे हैं।

डिलीवरी से पहले डॉक्टरों ने नॉमर्ल बताईं थीं सभी रिपोर्ट्स

डिलीवरी से पहले बीते रोज भी चिकित्सकों ने कहा था कि किसी तरह की कोई भी कांप्लीकेशंस नहीं हैं। सभी रिपोर्ट्स बिलकुल सही हैं। डिलीवरी होने के बाद भी परिजनों को बताया गया कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। रामकृष्ण की बहन चमना देवी ने कहा कि वे अस्पताल में अपनी भाभी के साथ ही थीं। बच्चे का स्वास्थ्य कुछ ठीक न लगने के चलते बार-बार बुलाने पर भी डाक्टर नहीं आए। बकौल रामकृष्ण मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी कहा है कि इस मामले की वे जांच करवाएंगे।

अस्पातल में तैनात रही पुलिस

हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया। सब इंस्पैक्टर नरेश कुमार पुलिस बल के साथ क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे। पुलिस अपने संरक्षण में ही बच्चे के परिजनों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय तक ले गई और काफी देर तक बातचीत हुई। हालांकि परिजन अपनी बात पर अड़े रहे और दोषी डाक्टरों व स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते रहे। हंगामे की सूचना पर ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुशील चंद्र शर्मा और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. विक्रम कटोच देर शाम अस्पताल पहुंचे तथा बच्चे के परिजनों से बातचीत की और उनके तर्कों को सुना।

पुलिस ने दर्ज किए परिजनों के बयान

परिजनों ने तर्क दिया कि वे अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाएंगे। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के लिए परिजनों, रिश्तेदारों व अन्य तीमारदारों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सब इंस्पैक्टर नरेश कुमार ने बताया कि परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं तथा परिजनों व अन्यों के बयानों के आधार पर ही मामला दर्ज किया जा रहा है।

Vijay