‘राम मंदिर जगह पर खुदाई में मिले थे मंदिर के प्रमाण’

Tuesday, Dec 04, 2018 - 05:22 PM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा): राम जन्म स्थल पर मंदिर निर्माण एक गंभीर मुद्दा है, इसका समाधान जल्द आवश्यक है। यह बात आर.एस.एस. के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने सोमवार को एक विशेष भेंट में ‘पंजाब केसरी’ से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इसके कारण देश जाति, पंथ व धर्म में बंटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल जल्द से जल्द आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बाबर के सेनापति ने राम जन्म स्थल पर बने मंदिर को तोड़ा था और मस्जिद बनाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि खुदाई में मिले प्रमाणों के आधार पर यह निश्चित हो चुका है कि यहां पर कभी मस्जिद थी ही नहीं। खुदाई के विशेषज्ञ के.के. मोहम्मद ने सारे प्रमाण देखकर यह घोषणा की थी कि यहां पर कभी मस्जिद थी ही नहीं और न ही वहां पर कभी नमाज अता की गई।

किसी विशेष व्यक्ति के नाम पर नहीं हो सकती मस्जिद

मस्जिद का नाम खुदा व रसूल के नाम की जगह बाबरी रखा गया जोकि इस्लाम के असूलों के खिलाफ है क्योंकि मस्जिद किसी विशेष व्यक्ति के नाम पर नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि 3-4 साल से हर देशवासी बेसब्री से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की ओर राम मंदिर के निर्णय के लिए देख रहा था। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने आश्वासन दिया था कि प्रतिदिन सुनवाई करके इसका फैसला जल्द दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार सभी विपक्षी दलों से विचार करके अध्यादेश लाए। उन्होंने कहा कि देश में शांति बने रहे और किसी प्रकार की हिंसा न हो, इसलिए आम सहमति से मंदिर बनाने की कोशिश होनी चाहिए।

Vijay