दिल्ली में गुरु रविदास मंदिर तोड़ने पर धर्मशाला में निकाली रोष रैली

Tuesday, Aug 13, 2019 - 05:47 PM (IST)

धर्मशाला (नितिन): गुरु रविदास समाज के लोगों ने दिल्ली सरकार द्वारा तुगलकाबाद नई दिल्ली में तोड़े गए गुरु रविदास मंदिर पर विरोध जताया है। दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने मंगलवार को धर्मशाला के शहीद स्मारक से लेकर डीसी कार्यालय तक रैली निकाली और दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली के दौरान गुस्साए लोगों ने जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे शिकायत पत्र में प्रश्न किया है कि जब भी बुल्डोजर चलता है तो रविदास समाज के मंदिरों पर ही क्यों? चाहे हिमाचल प्रदेश का संतोषगढ़ रविदास मंदिर हो या तुगलकाबाद नई दिल्ली स्थित गुरु रविदास मंदिर। हमेशा सरकार रविदास मंदिरों को ही अपना निशाना बनाती है।

रविदास समाज के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक था मंदिर

मंगलवार को जिला प्रशासन क माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे मांग पत्र में प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश चंद भाटिया ने कहा कि 10 अगस्त को तुगलकाबाद नई दिल्ली स्थित गुरु रविदास मंदिर को दिल्ली की सरकार ने भारी पुलिस बल तैनात कर उच्चतम न्यायलय के आदेशानुसार तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास मंदिर एक प्राचीन धरोहर एंव ऐतिहासिक होने के नाते यहां पर दूरदराज से संगतें दर्शनों के लिए आती थीं। यह मंदिर भारत एवं समस्त विश्व के रविदास समाज के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक था।|

राजस्व रिकॉर्ड में गुरु रविदास के नाम से दर्ज है भूमि

उन्होंने कहा कि गुरु रविदास ने अपने समय में 3 दिन इस भूमि पर आसन लगाकर सत्संग किया और सतगुरु के प्रवचन सुनकर यह भूमि उस समय के राजा सुल्तान सिकंदर लोधी ने गुरु रविदास को गुरु दक्षिणा स्वरूप दी थी और वर्तमान समय में यह भूमि राजस्व रिकॉर्ड में गुरु रविदास के नाम से दर्ज है लेेकिन दिल्ली विकास प्राधिकरण भू-माफिया के साथ मिलकर इस भूमि से मंदिर को हटा कर अन्य भवनों का निर्माण करना चाहता है।

सरकार उसी स्थान पर करवाए मंदिर का पुनर्निर्माण

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के माध्यम से भेजे मांग पत्र में मांग की गई है कि रविदास समाज के आस्था के प्रतीक गुरु रविदास मंदिर का भव्य पुनर्निर्माण सरकार स्वयं उसी स्थान पर करवाए जहां पर मंदिर था अन्यथा केंद्र सरकार जो अन्य मंदिरों का निर्माण करने के लिए न्यायलय में लड़ाई लड़ रही है, उनका निर्माण भी बंद किया जाए।

Vijay