राजधानी के बाजारों में 2 रुपए से 750 रुपए में बिक रही राखी

Friday, Aug 24, 2018 - 03:53 PM (IST)

शिमला  : राजधानी शिमला में रक्षाबंधन पर्व के लिए रंग बिरंगी राखियों से दुकाने सज चुकी है। शिमला के लोअर बाजार, रामबाजार, बस स्टैंड, संजौली, ढली, छोटा शिमला आदि स्थानों में राखियों की दुकाने सजी हुई है। महिलाएं व लडकियां राखियों की खूब खरीददारी कर रही है। बाजारों में रक्षाबंधन के लिए दो रुपए से लेकर 750 रुपए तक की राखियां उपलब्ध है। रेशमी डोर वाली राखियों के अतिरिक्त आभूषणों की दुकानों में भी सोने व चांदी की राखियां उपलब्ध है। जिनकी कीमत 1100 और 900 रुपए तक है।

समय के साथ-साथ राखियों के डिजाईन में भी कई तरह के बदलाव आ गए है। रेशमी धागों से बंधने वाली डोर अब सोने व चांदी और मंहगे मोतियों के रूप में बिक रही है। आभूषण की दुकानों में रक्षाबंधन पर विशेष तौर से सोने व चांदी की राखियां तैयार की गई है। इसमें सोने की राखी की कीमत 1100 रुपए है, जबकि चांदी की राखी की कीमत 900 रुपए है। गौर रहे कि एक समय ऐसा भी था जब रेशम की डोर पर बड़े फूल के आकार से राखियां बाजारों में देखने के लिए मिलती थी। लेकिन वहीं अब मोतियों, मंहगी चेन व अलग अलग फेब्रिक से तैयार की गई राखियां बाजारों में आ गई है। इसके अलावा सोने व चांदी की राखियों का भी खास प्रचलन शुरू हो गया है। वहीं बच्चों को लुभाने के लिए भी बाजारों में कार्टुन की राखियां उपलब्ध है।

जिसमें छोटा भीम, नोडी, मोटु पतलु जैसी राखियां बच्चों को रास आ रही है। दुकानों में राखियों के साथ साथ तिलक, चावल व मिसरी के छोटे पैकिट भी काफी बिक  रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि जिन महिलाओं के भाई किसी अन्य शहर में रहते हैं, वे राखियों के साथ तिलक ,चावल व मिसरी के छोटे पैकिट साथ में भेजती है और इनकी काफी डिमांड भी रहती है। ऐसे में राखियों के साथ साथ कुछ वर्षों से अब ये छोटे तिलक के पैकिट भी बाजारों में देखे जा सकते हैं। 

डाकघरों में नहीं मिल रहे राखियों के लिए विशेष लिफाफे
हर वर्ष की तरह इस वर्ष डाकघरों में राखियां पोस्ट करने के लिए विशेष लिफाफे उपलब्ध नहीं किए गए हैं। बीते वर्ष रक्षाबंधन पर जी.पी.ओ. शिमला में राखियों के लिए विशेष तौर पर लिफाफे ग्राहकों के लिए उपलब्ध किए गए थे, लेकिन इस बार के रक्षाबंधन पर डाकघरों में कोई खास तैयारी नहीं की गई है। डाकघरों में आम कार्डस पर ही राखियां पोस्ट की जा रही है। 

kirti