राजीव सहज बोले- बदले की भावना से न जांच होगी, न ही किसी तरह की कार्रवाई

Saturday, Jul 21, 2018 - 09:02 AM (IST)

शिमला (राक्टा): सहकारी बैंकों में हुई भर्ती की विजीलैंस जांच विभागीय छानबीन में मिली अनियमिताओं के बाद ही खुली है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने यह बात कही। उन्होंने विपक्षी नेताओं के आरोपों पर दो टूक कहा कि जयराम सरकार में न बदले की भावना से कोई जांच होगी और न ही कोई कार्रवाई। सहजल ने कहा कि पूर्व सरकार में के.सी.सी. बैंक भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ था, ऐसे में विजीलैंस जांच के दौरान पूरी हकीकत सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच यह सुनिश्चित करने के लिए हो रही है कि कहीं भ्रष्टाचार तो नहीं हुआ। मंत्री ने कहा कि यदि छानबीन में आता है कि भ्रष्टाचार हुआ है तो नियमानुसार कार्रवाई होगी। 


उन्होंने कहा कि निर्दोष को नहीं छेड़ेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। यदि कांग्रेस के लोग ईमानदार थे, तो जांच में ये पूरी तस्वीर भी सामने आ जाएगी। राज्य सहकारी बैंक स्टेट को-आप्रेटिव बैंक में हुई नियुक्तियों के तहत नया मामला सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार विभागीय मंत्री के पास एक शिकायत पहुंची है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि राज्य सहकारी बैंक में पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुई क्लर्कों की भर्ती में पड़ोसी राज्य हरियाणा के कुछ लोगों को भी नौकरी दी गई, ऐसे में विभागीय स्तर पर भी इसकी जांच शुरू हो गई है।


विजीलैंस ने रिकार्ड जुटाना किया शुरू
कांग्रेस कार्यकाल में राज्य सहकारी बैंक, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक और जोगिंद्रा बैंक में हुई भर्तियों की जांच के तहत विजीलैंस ने रिकार्ड जुटाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में जांच एजैंसी ने रिकार्ड उपलब्ध करवाने के लिए पत्राचार की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

Ekta