वायरल ऑडियो मामले में राजीव बिंदल को क्लीन चिट, अदालत में पेश होगा चालान

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 10:34 PM (IST)

शिमला (राक्टा): कोरोना संकट काल में सामने आए 5 लाख के कथित लेन-देन ऑडियो क्लिप वायरल मामले में विजीलैंस चार्जशीट को अंतिम रूप देने में जुट गई है। इसके साथ ही विजीलैंस की छानबीन में ऐसे कोई साक्ष्य नहीं पाए गए हैं, जिससे उक्त मामले में पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल या उनके किसी करीबी की संलिप्तता उभर कर सामने आती हो, ऐसे में वरिष्ठ भाजपा नेता को उक्त मामले में क्लीन चिट दे दी गई है। इसके साथ ही घूस खोरी के आरोपों से घिरे पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. एके गुप्ता को सेवा विस्तार दिए जाने की पैरवी को लेकर डीओ जारी करने जैसे लगे कथित आरोपों में भी तथ्य नहीं पाए गए हैं। बता दें कि बिंदल ने उस समय उच्च नैतिक मूल्यों का हवाला देते हुए भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और अब विजीलैंस जांच में वे बेदाग होकर निकले हैं।

पूर्व स्वास्थ्य निदेशक की मुश्किलें बढ़ना तय

वहीं उक्त मामले में पूर्व स्वास्थ्य निदेशक की मुश्किलें बढ़ना तय हैं। विजीलैंस द्वारा वायरल ऑडियो की सत्यता का पता लगाने के लिए घूस लेने के आरोपों से घिरे डॉ. गुप्ता और एजैंट पृथ्वी ङ्क्षसह के जो वॉयस सैंपल लिए थे, उसकी फोरैंसिक रिपोर्ट भी आ चुकी है और जांच में दोनों की आवाज का मिलान भी हो गया है। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि ऑडियो में जो आवाज है, वह डॉ. गुप्ता और पृथ्वी की ही है, ऐसे में अब विजीलैंस ने चार्जशीट दाखिल करने की आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही अदालत में चालान पेश कर दिया जाएगा।

क्या है मामला

सोशल मीडिया पर बीते मई माह में 43 सैंकेंड की एक  ऑडियो क्लिप वायरल हुई। कथित लेन-देन से जुड़ी क्लिप का संज्ञान लेते हुए सरकार ने मामले की जांच विजीलैंस को सौंपी, ऐसे में जांच प्रक्रिया अमल में लाते हुए विजीलैंस ने पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता और एजैंट पृथ्वी ङ्क्षसह को गिरफ्तार भी किया था, जो वर्तमान में जमानत पर हैं। इस मामले में विजीलैंस ने कंपनी के मालिक के साथ ही डॉ. गुप्ता की पत्नी के भी बयान दर्ज किए थे।
   


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Vijay

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