''राजेंद्र राणा को पुत्र की चिंता, सुजानपुर की नहीं''

Sunday, Mar 17, 2019 - 11:53 AM (IST)

सुजानपुर (अश्विनी): विधायक और उनके बेटे को सांसद अनुराग ठाकुर के ऊपर आरोप लगाने से पहले खुद के किए हुए वायदों को याद कर लेना चाहिए। सुजानपुर की जनता शहर को 17 सैक्टर बनाने की बात को अभी तक भूली नहीं है, जो विधायक ने विधानसभा चुनावों में क्षेत्र की जनता के साथ झूठ बोला था। उक्त आरोप सुजानपुर भाजपा शहरी इकाई के सचिव एवं भाजपा ग्राम केंद्र अध्यक्ष प्रकाश सुडियाल और सुजानपुर भाजपा एस.सी. मोर्चा के अध्यक्ष मदन लाल ने लगाए हैं। दोनों भाजपा नेताओं ने विधायकों को उनके द्वारा जो अब तक झूठ बोलने की राजनीति की है, उसकी याद दिलाते हुए कहा है कि सुजानपुर शहर की जनता आज भी विधायक के उस वायदे का पूरा होने का इंतजार कर रही है, जो उन्होंने विधानसभा चुनावों में क्षेत्र की जनता के साथ किया था। 

उन्होंने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद सुजानपुर शहर को 17 सैक्टर बना दिया जाएगा, पूरे शहर में बेहतरीन तरीके से लाइटिंग होगी और शहर की गलियों को चकाचक कर दिया जाएगा। सुजानपुर ग्राऊंड का सौंदर्यीकरण होगा, लेकिन वर्तमान में विधायक इन बातों को भूल कर केवल मात्र अपने बेटे की नैया पार कराने में लगे हैं। विधायक को केवल मात्र अपने बेटे की ङ्क्षचता है, न कि सुजानपुर शहर की। विधायक को सुजानपुर शहर की जनता ने वोट दिए हैं। उस हिसाब से उन्हें क्षेत्र के लिए काम करना चाहिए, लेकिन केवल मात्र धूमल और अनुराग के ऊपर बयानबाजी करने से कुछ नहीं होगा। सांसद अनुराग ठाकुर क्या कर रहे हैं और अब तक उन्होंने क्या किया है, यह किसी से बात छुपी नहीं है। अगर बात सुजानपुर शहर की करें तो हाल ही में उन्होंने 10 लाख रुपए सुजानपुर शहर की कायाकल्प के लिए जारी किए हैं।

इसके साथ ही सी.एस.डी. कैंटीन की सुविधा पूर्व सैनिकों और सैनिक परिवारों को उनके घरद्वार पर पहुंचाई है, जिसके लिए सांसद बधाई के पात्र हैं। शहर में लाइटिंग व्यवस्था को सुधारने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए की योजना से पूरे शहर की वायरिंग को नए सिरे से डाला जा रहा है। ट्रांसफार्मर नए सिरे से लगाए जा रहे हैं, लेकिन ये कार्य कांग्रेस विधायक और उनके बेटे को नहीं दिखते हैं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में सांसद ने क्या किया है, यह लोग अपने मत का सही इस्तेमाल करके बता देंगे। उन्होंने विधायक और उनके बेटे को कहा है कि भाजपा पार्टी की बुराई करने से बेहतर है कि वे क्षेत्र के लिए काम करें।

Ekta