राजेंद्र राणा ने साधा निशाना, बोले-BJP का दृष्टि पत्र वैसे का वैसा, नहीं बन पाया सरकारी दस्तावेज(Vid

Sunday, Sep 29, 2019 - 03:57 PM (IST)

पामलपुर (संजीव राणा): पालमपुर में सुजानपुर विधानसभा के विधायक राजेंद्र्र राणा ने प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार को लगभग 2 साल होने जा रहे हैं और 2 उपचुनावों में भी होने जा रहे हैं। भाजपा सरकार बताए कि उसकी क्या उपलब्धियां रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का दृष्टि पत्र वैसे का वैसा ही एक तरफ पड़ा हुआ है, जिसको उसने एक सरकारी दस्तावेज बनाने की बात कही थी। भाजपा सरकार के उस दृष्टि पत्र पर सरकार की एक भी दृष्टि नहीं पड़ रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तब से वहां सख्ती होने के कारण नशा माफिया ने अपने पैर हिमाचल में पसारने शुरू कर दिए हैं और विधानसभा के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले 6 महीनों में 1300 मामले नशे के दर्ज हुए हैं। उन्होंने कहा कि नशा माफिया पूरी तरह प्रदेश में फैल रहा है और खनन माफिया ने सारी सीमाएं पार कर दी हैं और हर तरह का माफिया सरकार पर हावी हो गया है ।

भाजपा के लोग आपसी लड़ाई में उलझे

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आपसी कलह की वजह से लोगों के काम रुके पड़े हैं। प्रदेश में विकास नाम की कोई चीज नहीं है। सड़कों की हालत बहुत बुरी है। स्कूलों में वर्दी 7 महीने बाद भी नहीं मिल रही है, वहीं लैपटॉप भी नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आपसी लड़ाई में उलझे हुए हैं और हाल ही में कांगड़ा से एक पत्र बम छूट गया और जब भी सरकार का पत्तन होता है तो उसकी शुरूआत भी कांगड़ा से होती है।

पत्र बम की जांच करवाए सरकार

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता यह पूछना चाह रही है कि वह पत्र है क्या अगर पत्र बम में सरकार में बैठे लोगों के ऊपर कोई आरोप है तो सरकार को चाहिए कि उसकी जांच करवार कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जाए। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जनता भाजपा से यह पूछेगी कि उसकी क्या उपलब्धियां हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है। प्रशासन सरकार के कंट्रोल में नहीं रहा है जिस कारण अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।

एचपीसीए का नाम बदलकर रख दिया जाए धूमल एंड सन्ज कंपनी

अरुण धूमल के एचपीसीए अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्होंने कहा  प्रदेश की जनता सब जानती है अब एचपीसीए एक निजी कंपनी बन कर रह गई है इसका नाम अब एचपीसीए से बदलकर धूमल एंड सन्ज कंपनी रख देना चाहिए। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुसार कुछ भी नही हो रहा है। यह पहले सोसायटी के नाम पंजीकृत हुई थी, बाद में कंपनी बन गई। प्रदेश में अध्यक्ष किसी दूसरे परिवार से आने की कोई संभावनाएं नही हैं।

Vijay