नगर निगम चुनाव : सोलन में ‘राजीव बिंदल व राजेंद्र राणा’ की नियुक्ति से रोचक हुआ मुकाबला

Tuesday, Mar 02, 2021 - 11:23 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): सोलन नगर निगम चुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस व भाजपा द्वारा नियुक्त किए गए प्रभारियों से सियासी पारा अभी से ही गर्म हो गया है। इसे देखते हुए पहली बार हो रहे नगर निगम के चुनाव रोचक होने की उम्मीद है। कांग्रेस ने जहां वर्ष 2017 के विस चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराकर सुॢखयों में आए राजेंद्र राणा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है, वहीं भाजपा ने सोलन से लगातार 3 बार चुनाव जीतने के बाद जिला सिरमौर के नाहन से भी लगातार 2 चुनाव जीत चुके डाॅ. राजीव ङ्क्षबदल को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। डाॅ. राजीव बिंदल व राजेंद्र राणा दोनों को राजनीतिक प्रबंध कौशल का माहिर खिलाड़ी माना जाता है। यही कारण है कि दोनों नेताओं ने सोलन में अपनी कमान संभाल ली है। राजेंद्र राणा ने पिछले दिनों ही स्थानीय नेताओं के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति पर मंथन किया, वहीं डाॅ. राजीव बिंदल ने रविवार को निगम के सभी 17 वार्डों के पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर फीडबैक लिया।

नगर निगम में भाजपा का होगा कब्जा : मदन ठाकुर

भाजपा मंडलाध्यक्ष मदन ठाकुर का कहना है कि भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल के प्रभारी, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सहजल के सह प्रभारी व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया के संयोजक नियुक्त होने से पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर गया है। इससे स्पष्ट है कि आने वाले नगर निगम के चुनाव में भाजपा की जीत होगी। कांग्रेस के पर्यवेक्षक राजेंद्र राणा का सोलन में कोई जादू नहीं चलेगा। पंचायत चुनाव में उनके निर्वाचन क्षेत्र सुजानपुर में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। सोलन में भी कांग्रेस को ऐसी ही हार के लिए तैयार रहना होगा।

डॉ. बिंदल का नहीं चलेगा जादू : शिव कुमार

कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिव कुमार ने कहा कि नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल का सोलन नगर निगम के चुनाव में जादू नहीं चलेगा। उनके नेतृत्व में ही भाजपा की हार निश्चित है। यदि सोलन में डाॅ. बिंदल का जादू चलता तो पिछले 2 विस चुनाव में भाजपा की हार नहीं होती। नगर परिषद सोलन में भाजपा के पार्षद अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाते। सोलन नगर परिषद में भाजपा पार्षदों की लड़ाई के कारण विकास कार्य प्रभावित रहे। अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर पूरे 5 वर्ष खींचतान चलती रही और अब नगर निगम के चुनाव में भाजपा को इसका जवाब जनता को देना होगा। पूर्व धूमल सरकार में जब डाॅ. राजीव बिंदल स्वास्थ्य मंत्री थे, तब वर्ष 2010 में हुए नगर परिषद के चुनाव में कांग्रेस ने अध्यक्ष का पद जीता था। इस बार भी नगर निगम पर कांग्रेस का ही कब्जा होगा।

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Vijay