बारिश-बर्फबारी से प्रदेश में 100 बस रूट प्रभावित, मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी किया अलर्ट

Tuesday, Feb 13, 2018 - 09:35 AM (IST)

शिमला/कुल्लू: लंबे अंतराल के बाद हुई बारिश-बर्फबारी जहां एक तरफ राहत लाई है वहीं दूसरी ओर आफत बनकर भी बरसी है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी व मध्यम तथा निचले क्षेत्रों में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश की चेतावनी जारी की है। एच.आर.टी.सी. के डी.एम. पंकज सिंघल के अनुसार बर्फबारी के चलते प्रदेश भर में 100 से करीब बस रूट प्रभावित हुए हैं। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए वैकल्पिक मार्गों से बसें भेजी जा रही हैं। कुल्लू जिला में विभाग की चेतावनी पर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि बर्फबारी के चलते घरों से बाहर न निकलें और किसी आपदा की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें। इतना ही नहीं वह प्रशासन की मदद भी लें। वहीं पर्यटकों को भी दिशा-निर्देश दिए हैं कि वो अलर्ट से संबंधित सभी निर्देशों को ध्यान में रखें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों पर जाने पर पाबंदी लगाई है ताकि कोई किसी प्रकार विपदा न फंसे।


अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रे में बर्फ की 2 फुट मोटी चादर बिछ गई है। इसके साथ ही कुल्लू व लाहौल की समस्त चोटियां बर्फ की सफेद चादर से चमक उठी है। दूसरी ओर लाहौल घाटी में भी कोकसर सहित दारचा जोत, लेड़ी ऑफ केलांग व मयाड़ जोत सहित समस्त पहाड़ियों में बर्फबारी हुई है। केलांग-दारचा, केलांग-उदयपुर और केलांग-सिस्सू मार्ग पर वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद है। लाहौल-स्पीति डी.सी. अश्विनी कुमार चौधरी ने बताया कि घाटी में भारी बर्फबारी का क्रम जारी है। उधर बाहरी राज्यों से सैलानियों को लेकर मनाली आ रही वोल्वो बसें सोमवार को 17 मील से आगे नहीं आ पाईं। वोल्वो बसों के 10 किलोमीटर पीछे ही फंस जाने से मनाली आ रहे सैलानियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शिमला में बर्फबारी के चलते कई मार्गों में गाड़ियां फंसी हुई हैं। शिमला से कुफरी जाने वाले मार्ग में सुबह से गाड़ियों का जाम लगा रहां जिससे मार्ग काफी समय तक अवरूद्ध रहा। रोहड़ू में 3 दर्जन से ज्यादा सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। 


राष्ट्रीय राजमार्ग-5 समेत प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में 37 सड़कें बंद बताई जा रही है। एन.एच.-5 कुफरी से फागू के बीच और नारकंडा में बंद पड़ा है। इसी तरह से ठियोग-रोहड़ू सड़क भी खड़ापत्थर में हिमपात के कारण बंद पड़ी है। चौपाल के खिड़की में भी बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही बंद है। उधर जिला चम्बा के जनजातीय उपमंडल पांगी में रविवार की रात से सोमवार शाम तक बर्फबारी का दौर जारी रहा। ऐसे में पांगी घाटी के कई गांवों के अंधेरे में डूब गए। पांगी उपमंडल मुख्यालय का शेष विश्व के साथ सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है। 


जिला चम्बा के सैकड़ों गांवों की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई है। जनजातीय जिला किन्नौर में भी बर्फबारी के बाद दर्जनों सड़क मार्ग बंद पड़े हैं। इसके अतिरिक्त रामपुर के साथ लगते ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बसों आवाजाही प्रभावित हुई है।  उधर जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड के कई इलाकों में आज जहां ताजा बर्फबारी हुई, वहीं पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर भारत में बारिश हुई है, जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। काजीगुंड के पास जवाहर सुरंग के निकट बर्फ जमा होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया, जिससे कश्मीर का देश के शेष हिस्सों से संपर्क टूट गया है।