राहुल की रैली में भीड़ जुटाने में कांग्रेस के छूटे पसीने

Sunday, Oct 08, 2017 - 11:20 AM (IST)

मंडी (नीरज): विकास से विजय की ओर चलने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार ने जिस रैली को ऐतिहासिक बनाने की ठानी थी उस रैली की कुर्सियां खाली रह गई। रैली की शुरुआत से लेकर अंत तक पंडाल के पिछले हिस्से की कुर्सियां बैठने वालों का इंतजार ही करती रह गई। सरकार और कांग्रेसी नेताओं ने दावे किए थे कि रैली ऐतिहासिक होगी और वह गलत आकंड़े जारी नहीं करेंगे जो भी होगा सभी के समक्ष होगा। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने तो बिलासुपर में हुई प्रधानमंत्री की रैली से चार गुणा अधिक भीड़ उमड़ने का दम भी भरा था, लेकिन जब रैली हुई तो इन सब बातों की हवा निकल गई।


कांग्रेस की तरफ से भीड़ उमड़ने का दावा नहीं हो सका साबित
रैली का समय सुबह 10 बजे निर्धारित किया गया था। तब तक बनाए गए पंडाल का एक चौथाई हिस्सा भी नहीं भर पाया था। यहां तक कि सीएम भी 11 बजे तक रैली स्थल पर पहुंच गए थे और उनके सामने भी खाली कुर्सियां उन्हें चिढ़ा रही थी। लेकिन बाद में धीरे-धीरे करके लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। राहुल के आने तक अधिकतर खाली कुर्सियां भर चुकी थी लेकिन अभी भी पंडाल का पीछे वाला एक हिस्सा खाली कुर्सियों से भरा पड़ा था। हालांकि अधिकतर लोग मैदान की सीढ़ियों पर भी बैठे थे लेकिन जहां कुर्सियां थी वहां लोग बड़े आराम से बैठे हुए नजर आए, क्योंकि कुर्सियों को लेकर कोई मारा-मारी नहीं थी। कहीं न कहीं कांग्रेस की तरफ से भीड़ उमड़ने का जो दावा किया गया था वह सही साबित नहीं हो सका।