कांगड़ा पॉलिटेक्निक संस्थान में रैगिंग, 3 छात्रों पर केस दर्ज

Thursday, Oct 03, 2019 - 10:47 AM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा/अविनाश): कांगड़ा के राजकीय बहुतकनीकी संस्थान के हॉस्टल में आधी रात को रैगिंग के नाम पर 3 सीनियर छात्रों द्वारा फर्स्ट सैमेस्टर के एक छात्र के कपड़े उतरवाकर उसे मानसिक व शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना बीते 30 सितम्बर की रात की है, जिसकी शिकायत संस्थान के प्राचार्य ने बुधवार को कांगड़ा पुलिस थाना में दर्ज करवाई है। कांगड़ा पुलिस ने प्राचार्य की शिकायत पर तीनों आरोपी छात्रों के खिलाफ एंटी रैगिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। एस.एस.पी. कांगड़ा विमुक्त रंजन ने पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस रैगिंग की घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। वहीं, कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने रैगिंग के आरोपी तीनों छात्रों को निलंबित कर हॉस्टल से निकाल दिया है। 

कॉलेज के प्राचार्य अनिल सूद ने बताया कि रैगिंग से सहमे जूनियर छात्र ने एक अक्तूबर को उन्हें लिखित शिकायत सौंपी जिसमें उसने आरोप लगाया कि 30 सितम्बर की आधी रात को 3 छात्रों ने हॉस्टल में आकर रैगिंग के नाम पर जबरन उसके कपड़े उतरवा दिए और उससे मानसिक और शारीरिक तौर पर अभद्र व्यवहार किया। बताया जा रहा है कि इनमें से आरोपी 2 छात्रों के साथ पीड़ित छात्र की पहले से जान-पहचान थी। प्राचार्य ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाकर आरोपी छात्रों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाने का निर्णय लिया। प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज की टीम नियमित रूप से हॉस्टल का आधी रात तक दौरा करती है, लेकिन रैगिंग की यह घटना आधी रात के बाद हुई है। उन्होंने कहा कि कॉलेज का सत्र बीते अगस्त माह में शुरू हुआ था जिसमें पीड़ित छात्र ने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के प्रथम सैमेस्टर में एडमिशन ली थी। 

शिकायत वापस लेने का बनाया दबाव ! 

तीनों छात्र इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के तीसरे सैमेस्टर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रथम सैमेस्टर और कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के पहले सैमेस्टर में अध्ययनरत हैं। बताया जा रहा है कि पीड़ित छात्र ने 2 दिन पहले हुई रैगिंग की घटना की जानकारी सबसे पहले अपने अभिभावकों को दी, जिनकी सलाह पर उसने संस्थान के प्राचार्य से लिखित शिकायत की। आरोप यह भी है कि पीड़ित छात्र पर कथित तौर पर शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाया गया परन्तु उसने रैगिंग को लेकर चुप रहने की बजाय संस्थान की एंटी रैगिंग कमेटी से न्याय की गुहार लगाई। हालांकि इस आरोप की सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी। 

Ekta