मौसम की करवट से PWD के कार्यों में फिर रहा पानी, 10 किलोमीटर ग्लेशियर रास्ते से पैदल चल रहे लोग

Sunday, Jan 12, 2020 - 11:03 AM (IST)

सलूणी (ब्यूरो): 13 दिसम्बर को क्षेत्र में पहला हिमपात हुआ, उस दिन से लेकर आज दिन तक लंगेरा, प्रियूंगल, मटून, भेंट व चनंटी आदि गांवों का यातायात संपर्क देश-दुनिया से कटा हुआ है, ऐसे में इन गांवों के लोगों को अपनी रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं को 10 किलोमीटर ग्लेशियरनुमा रास्ते के बीच जान हथेली पर रखकर पीठ पर उठा कर लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग ने उनकी समस्या को मद्देनजर रखते हुए संघणी से लंगेरा तक 10 किलोमीटर भाग से बर्फ को हटाने के लिए मशीनरी लगाकर 5 किलोमीटर भाग से बर्फ हटा कर मार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया था लेकिन अभी हाल ही में क्षेत्र में भारी हिमपात होने से लोक निर्माण विभाग द्वारा किए कार्यों पर पानी फिरने से उन्हें फिर से 10 किलोमीटर पीछे से सड़क मार्ग को खोलने के लिए कार्य शुरू करना पड़ा है।

लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की हिम्मत की प्रशंसा करनी होगी कि ग्लेशियर और खून जमा देने वाली ठंड के बीच सड़क मार्ग को बहाल करने में जुटे हैं और लोगों के लिए मसीहा बने हैं। लोगों में चैन लाल, सतीश, चमन, चतर, वीरेंद्र, हरी, प्रताप, जीवन, देसो, रेखा, माया, चंचलो, बीना व कांतो का कहना है कि दिसम्बर माह में क्षेत्र में हिमपात होने से लंगेरा सहित आधा दर्जन गांवों का यातायात संपर्क देश-दुनिया से कट जाता है। लोगों द्वारा सर्दी के सीजन के लिए अपने रोजमर्रा की वस्तुओं को स्टॉक किया जाता है लेकिन इस बार अचानक ही दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में भारी हिमपात हुआ, जिसके चलते लोग अपनी रोजमर्रा की वस्तुओं का पूरा स्टॉक नहीं कर पाए। अगर कुछ और दिन सड़क मार्ग नहीं खुलता तो लोगों को रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए दो-चार होना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीणों को उस समय होती है जब कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है क्योंकि क्षेत्र में अस्पताल नहीं है।
 

kirti