किन्नरों के डेरे पर पंजाब पुलिस की दबिश, जानिए क्या है मामला

Thursday, Sep 13, 2018 - 09:40 PM (IST)

राजा का तालाब: राजा का तालाब स्थित किन्नरों के डेरे पर गुरुवार सुबह 6 बजे उस समय अफरा-तफरी मच गई जब पंजाब पुलिस ने वहां दबिश देकर डेरे के एक किन्नर को अपने साथ ले जाना चाहा परंतु आसपास की लगभग 5-6 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने हस्तक्षेप करके ऐसा होने से पुलिस को रोक दिया। जानकारी के अनुसार राजा का तालाब किन्नर महंत जस्सी के डेरे पर मोनिका उर्फ  विजय किन्नर ठहरा हुआ था, जिसे पठानकोट से आई पंजाब पुलिस ने अपने साथ ले जाना चाहा। जस्सी महंत, स्थानीय लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों ने पंजाब पुलिस से 2 दिन का समय लेकर किन्नर मोनिका उर्फ विजय को पठानकोट में पेश होने की बात के लिए मनवा लिया।

मोनिका उर्फ विजय पर लगा है ये आरोप
पठानकोट थाना डिवीजन-2 में दायर एफ.आई.आर. में राजी किन्नर पठानकोट ने किन्नर मोनिका उर्फ  विजय पर इल्जाम लगाया कि उसने उसके डेरे से 24 से 25 तोले सोने के गहने, आधा किलो चांदी व अलमारी में पड़े सभी रुपए पर हाथ साफ  कर गया है। किन्नर मोनिका उर्फ  विजय से जब इस बाबत बात की गई तो उसका कहना था कि वह मंजू महंत गंगथ के डेरे में रहती थी। किन्नर मंजू महंत की बीमारी पर उसकी खूब सेवा की।

किन्नर राजी पठानकोट के हाथों ही बनाया था गंगथ डेरे का महंत
एक फरवरी, 2017 को मंजू किन्नर की मौत से पहले उसने तहसील नूरपुर की लगभग 125 पंचायतों में जन्म, विवाह व अन्य खुशी के मौकों की बधाइयों का दायित्व उसे दिया, जिसमें अन्य किसी किन्नर का उक्त पंचायतों में हस्तक्षेप अमान्य था। मंजू किन्नर की मौत के बाद 62 वर्षीय किन्नर राजी पठानकोट के हाथों ही उसे गंगथ डेरे का महंत बनाया गया जबकि कुछ दिनों बाद किन्नर राजी पठानकोट ने उसकी बधाइयों की रकम को उससे जोर जबरदस्ती से लेना शुरू कर दिया। 

Vijay