हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया
Sunday, Aug 01, 2021 - 10:04 PM (IST)
शिमला, एक अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में बारिश और भूस्खलन की वजह से फंसे करीब 370 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए)के अधिकारी ने रविवार को दी।
उन्होंने बताया कि ये सभी लोग जिले के उप प्रभाग उदयपुर के इलाके में फंसे हुए थे।राज्य के आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मुख्ता ने बताया कि उदयपुर उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट से मिली सूचना के मुताबिक सभी फंसे हुए लोगों को निकाल लिया गया है।
उन्होंने बताया कि 194 लोगों को उदयपुर, फूडा, त्रिलोकीनाथ और जाहलमान से रविवार को निकाला गया। इनमें से 19 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया जबकि 175 को सड़क मार्ग से निकाला गया। इससे पहले शनिवार को 178 लोगों को बचाया गया था।
एसडीएमए निदेशक ने बताया कि गत दो दिनों में उदयपुर उप प्रभाग से कुल 372 लोगों को बचाया गया है।
उन्होंने बताया कि वे मंगलवार को तोजिंग नाले पर बादल फटने के बाद जिले के उदयपुर में फंस गए थे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 27 जुलाई को तोजिंग नाले में बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए लाहौल घाटी के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का शनिवार को दौरा किया।
ठाकुर ने जिला प्रशासन, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक दल के साथ इलाके का निरीक्षण भी किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने बताया कि ये सभी लोग जिले के उप प्रभाग उदयपुर के इलाके में फंसे हुए थे।राज्य के आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मुख्ता ने बताया कि उदयपुर उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट से मिली सूचना के मुताबिक सभी फंसे हुए लोगों को निकाल लिया गया है।
उन्होंने बताया कि 194 लोगों को उदयपुर, फूडा, त्रिलोकीनाथ और जाहलमान से रविवार को निकाला गया। इनमें से 19 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया जबकि 175 को सड़क मार्ग से निकाला गया। इससे पहले शनिवार को 178 लोगों को बचाया गया था।
एसडीएमए निदेशक ने बताया कि गत दो दिनों में उदयपुर उप प्रभाग से कुल 372 लोगों को बचाया गया है।
उन्होंने बताया कि वे मंगलवार को तोजिंग नाले पर बादल फटने के बाद जिले के उदयपुर में फंस गए थे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 27 जुलाई को तोजिंग नाले में बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए लाहौल घाटी के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का शनिवार को दौरा किया।
ठाकुर ने जिला प्रशासन, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक दल के साथ इलाके का निरीक्षण भी किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।