Kangra: नगरोटा बगवां में विशेष समुदाय के खिलाफ उग्र प्रदर्शन, हनुमान चालीसा पाठ और नारेबाजी के साथ निकाली रैली
punjabkesari.in Saturday, Sep 21, 2024 - 12:07 AM (IST)
नगरोटा बगवां (बिशन): शुक्रवार को नगरोटा बगवां बाजार में बाहरी राज्यों से आकर व्यापार कर रहे विशेष समुदाय के लोगों के खिलाफ स्थानीय व्यवसायियों तथा सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। नगरोटा बगवां व आसपास के गांवों से हर वर्ग के सैंकड़ों की संख्या में आए महिला, पुरुषों एवं नौजवानों ने पुराना बस अड्डे पर एकजुट होकर हनुमान चालीसा पढ़ने के उपरांत प्रदर्शन की शुरूआत की और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर तक रैली निकाली। वहां से लोगों का हजूम पूरे नगरोटा बगवां बाजार में प्रदर्शन करते हुए गांधी मैदान स्थित मस्जिद में पहुंचा। प्रदर्शन के दौरान विशेष समुदाय के दुकानदार अपनी दुकानों के शटर बंद कर नदारद रहे, वहीं प्रदर्शनकारियों ने सभी विशेष समुदाय के दुकानदारों के शटरों पर स्प्रे करके क्रॉस लगा दिए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने विशेष समुदाय के व्यक्तियों को किराए पर दुकानें देने वाले दुकान मालिकों के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम, हिंदुस्तान में रहना होगा वंदे मातरम् कहना होगा, जैसे नारे लगा माहौल को गर्मा दिया।
इस दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। हालांकि प्रदर्शन के दौरान ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी, लेकिन उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने बंद दुकानों के शटर खटखटाने शुरू कर दिए और दुकानों पर लगे फ्लैक्स के बोर्ड फाड़ दिए। पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से प्रदर्शनकारियों को काबू किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान में जाने से भी रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और गांधी मैदान में पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने घेराबंदी करके प्रदर्शनकारियों को मस्जिद की तरफ जाने से रोक दिया, जिस पर उन्होंने मस्जिद के सामने खड़े होकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि राजस्व रिकॉर्ड में यह मस्जिद नहीं, बल्कि मुसाफिर खाना है तो फिर यहां नमाज क्यों पढ़ी जा रही है, इसे बंद करवाया जाए। उन्होंने प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि हर शुक्रवार को बिना पहचान के सैंकड़ों लोग यहां नमाज पढ़ने के लिए आते हैं, जिनका कोई अता-पता ही नही है, जबकि नगरोटा बगवां में एक भी परिवार विशेष समुदाय से संबंधित नहीं रहता है। ये लोग दूसरे राज्यों से आकर यहां पर असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं वहीं गांव में 90 प्रतिशत चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले भी यही लोग हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आग्रह किया कि वह हर फेरी लगाने व बिना पहचान के दुकानदारों की पहचान सुनिश्चित करें और उनकी वैरीफिकेशन करवाएं।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि नगरोटा बगवां में विशेष समुदाय के लोग 25 हजार से 90 हजार रुपए तक किराया देकर व्यापार कर रहे हैं तथा रहने के लिए कमरे का किराया अलग से है, जबकि दुकानों में न तो उस हिसाब का सामान है और न ही इतनी बिक्री होती है तो फिर इतना खर्च कैसे निकालते हैं, इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि इन्हें कहीं न कहीं से फंडिंग हो रही है और ये यहां पर अपने पांव पसार रहे हैं। इन लोगों ने दुकानों के किराए इतने बढ़ा दिए हैं, जो स्थानीय लोगों की पहुंच से बाहर हैं, जिस कारण स्थानीय बेरोजगार युवक अपना कोई भी कारोबार करने में असमर्थ हैं।
प्रदर्शनकारियों ने दुकान व मकान मालिकों से भी आग्रह किया है कि अपने बच्चों के भविष्य को लेकर इनसे दुकानें खाली करवा लें और स्थानीय लोगों की ही दुकानें किराए पर दें। उन्होंने कहा कि आज का आंदोलन सिर्फ एक ट्रेलर है तथा अगला आंदोलन इससे भी ज्यादा उग्र होगा। उन्होंने उन लोगों को भी चेतावनी दी है कि वे समय रहते इस समुदाय के बाहरी लोगों को दिए गए मकान व दुकानें खाली करवा लें, अन्यथा अगला आंदोलन इनके घरों के बाहर किया जाएगा। इसके उपरांत आंदोलनकारियों ने मस्जिद के सामने नारेबाजी की तथा हनुमान चालीसा पढ़कर आज का आंदोलन समाप्त कर दिया। डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने आंदोलनकारियों को आश्वासन भी दिया कि वे कानून के दायरे में अपना प्रदर्शन करें तो प्रशासन उनका पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि आपने जो बातें रखी हैं, वे सरकार तक पहुंचा दी जाएंगी तथा सरकार के जो भी दिशा-निर्देश होंगे, उनका पालन किया जाएगा।
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