बिलासपुर में औद्योगिक क्षेत्र के लिए भूमि की NOC लेने की प्रक्रिया शुरू

Wednesday, Feb 13, 2019 - 02:06 PM (IST)

झंडूता (बिलासपुर): बिलासपुर जिला के बरसंड में तीसरा औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग ने कसरत करनी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की घोषणा बजट में हो चुकी है। यहां पर उद्योग विभाग ने 34 बीघा 3 बिस्वा जमीन औद्योगिक क्षेत्र के लिए चयनित कर रखी है। यह जमीन वन विभाग की बताई जा रही है। विभाग ने इस भूमि की एन.ओ.सी. लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एन.ओ.सी. मिलने के बाद उद्योग विभाग यहां पर औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की अगली प्रक्रिया शुरू करेगा। बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित हो जाने के बाद बिलासपुर जिला में तीसरा औद्योगिक क्षेत्र बनेगा। इससे पहले बिलासपुर व ग्वालथाई में औद्योगिक क्षेत्र पहले ही स्थापित हैं। 

झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत बनने वाले इस औद्योगिक क्षेत्र को वहां के विधायक जीत राम कटवाल ने विधायक प्राथमिकता में शामिल किया था तथा गत 3 दिसम्बर को झंडूता के अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की घोषणा की थी। हालांकि अभी तक यह निर्धारित नहीं हो पाया है कि यहां पर कितने उद्योग स्थापित होंगे। चयनित जमीन विभाग के नाम पर स्थानांतरित होने के बाद विभाग यहां पर औद्योगिक प्लाट विकसित करेगा या फिर विभाग उद्योगपतियों को रैडीमेड शैड भी बनाकर दे सकता है। चयनित जगह बरसंड शिमला-पठानकोट उच्च मार्ग और कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन से नजदीक है।

उल्लेखनीय है कि पिछली अक्तूबर व नवम्बर में विभाग की एक टीम ने संयुक्त निदेशक की अगुवाई में बरसंड व घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के सेऊ में औद्योगिक क्षेत्र के लिए जमीन का चयन करने के लिए स्पॉट विजिट किया था तथा विभागीय टीम ने बरसंड की जमीन को फाइनल कर दिया था। बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए पिछले कई वर्षों से कवायद चल रही थी लेकिन मामला सिरे नहीं चढ़ रहा था। एक आई.ए.एस. अधिकारी से नेता बने जीत राम कटवाल ने बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए न केवल जमीन का चयन करवाया बल्कि इसके लिए बाकायदा बजट का प्रावधान भी करवाया, जिससे अब यहां पर औद्योगिक क्षेत्र बनने की पूरी संभावना है। बरसंड में औद्योगिक क्षेत्र बनने के बाद निश्चित रूप से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

Ekta