लॉकअप हत्याकांड में जांच पर सवाल उठने से बढ़ीं CBI की दिक्कतें

Sunday, Feb 25, 2018 - 11:34 PM (IST)

शिमला (राक्टा): कोटखाई गुडिय़ा प्रकरण से जुड़े पुलिस लॉकअप हत्याकांड मामले में आरोपी बनाए गए एक पुलिस कर्मी के वायरल पत्र से सी.बी.आई. की दिक्कतें बढ़ सकती हैं । जिस तरह के आरोप कंडा जेल में बंद एच.एच.सी. मोहन लाल ने अपने पत्र में लगाए हैं , उससे जांच एजैंसी की छानबीन पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं, ऐसे में सी.बी.आई. ने भी वायरल पत्र को गंभीरता से लिया है। केंद्रीय जांच एजैंसी पत्र में लगाए गए आरोपों की सत्यता को नए सिरे से भी खंगाल सकती है।

पत्र की प्रतिलिपि जांच एजैंसी को नहीं मिली 
सी.बी.आई. के प्रवक्ता आर.के गौड़ ने संपर्क करने पर बताया कि वायरल पत्र के बारे में जानकारी तो मिली है लेकिन उसकी प्रतिलिपि जांच एजैंसी को नहीं मिली है। न्यायिक हिरासत में चल रहे निलंबित एच.एच.सी. ने करीब 5 दिन पहले संबंधित पत्र लिखा था। हालांकि अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि पत्र कैसे वायरल हो गया। 

9 आरोपी, 9 के खिलाफ चालान पेश    
सी.बी.आई. ने लॉकअप हत्याकांड मामले में 9 आरोपी बनाए हैं  और सभी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट भी दायर कर दी गई है। आरोपी बनाए गए सभी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं ।

1 मार्च को लिए जाएंगे वॉयस सैंपल
लॉकअप हत्याकांड में आरोपी बनाए गए सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के 1 मार्च को वॉयस सैंपल लिए जा सकते हैं। अदालत में बीते दिनों हुई सुनवाई के दौरान इस बारे सभी ने अपनी सहमति दी थी। वॉयस सैंपल लेने की प्रक्रिया शिमला में अमल में लाई जा सकती है।