आय से अधिक संपत्ति मामले में बढ़ सकती हैं रिखीराम कौंडल की मुश्किलें, पढ़ें खबर

Thursday, Sep 06, 2018 - 10:35 PM (IST)

घुमारवीं: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष रिखीराम कौंडल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि विजीलैंस ने उनके खिलाफ  आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में बिलासपुर की भ्रष्टाचार निरोधक विशेष अदालत में चालान पेश कर दिया है। अदालत के न्यायाधीश ने वीरवार को रिखीराम कौंडल को इस मामले में सम्मन जारी कर दिया है। बताते चलें कि पूर्व उपाध्यक्ष रिखीराम कौंडल विधानसभा क्षेत्र गेहड़वीं का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। बीते विधानसभा चुनावों में भाजपा हाईकमान द्वारा उनका टिकट काट दिया गया था। एक आर.टी.आई. एक्टीविस्ट ने सूचना के अधिकार के माध्यम से रिखीराम कौंडल की आय-व्यय तथा उनकी संपत्तियों के बारे में जानकारियां हासिल की थींं।

आर.टी.आई. कार्यकर्ता ने अदालत में दायर की थी याचिका
 इन जानकारियों के आधार पर आर.टी.आई. कार्यकर्ता ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156(3) के तहत अदालत में याचिका दायर की थी। अदालत ने पूर्व उपाध्यक्ष की संपत्तियों के बारे में छानबीन करने के निर्देश भी जारी किए थे। इसके बाद यह छानबीन विजीलैंस विभाग को सौंप दी गई थी। जानकारी के अनुसार 28 नवम्बर, 2007 को रिखीराम कौंडल की नकदी, एफ.डी.आर. सेविंग अकाऊंट तथा एग्रीकल्चर से होने वाली आय कुल मिलाकर 11,54,000 पर बताई गई थी।

2007 में दाखिल किए नामांकन पत्र में नहीं थी पूरी जानकारी
विजीलैंस तफ्तीश में आया कि रिखीराम कौंडल ने वर्ष 2007 में जो विधानसभा का नामांकन पत्र दाखिल किया था, उसमें कुछ जानकारियां घोषित नहीं की गई थीं। विजीलैंस की टीम ने रिखीराम कौंडल के खिलाफ  28 नवम्बर, 2007 से लेकर 17 अक्तूबर, 2011 तक की आय-व्यय तथा संपत्तियों के बारे में छानबीन की। विजीलैंस छानबीन में इनकी कुल इनकम 1 करोड़ 21 लाख रुपए पाई गई। जांच में रिखीराम कौंडल की कुल आय 70 लाख 21 हजार रुपए पाई गई तथा इनका कुल खर्चा इन 4 वर्षों में 41 लाख रुपए पाया गया।

35 लाख का हाऊस लोन, 5 लाख का गाड़ी के लिए लोन
विजीलैंस जांच में आया कि इस दौरान रिखीराम कौंडल ने 35 लाख रुपए हाऊस लोन तथा 5 लाख रुपए गाड़ी के लिए लोन लिया। जांच में यह भी आया कि इन्होंने दोनों लोन की राशियां इन्हीं 4 वर्षों में वापस कर दीं। रिखीराम कौंडल ने जांच में दावा किया था कि यह गाड़ी उसे भारतीय जनता पार्टी द्वारा दी गई थी लेकिन इस गाड़ी का पंजीकरण रिखीराम कौंडल के नाम ही पाया गया। जांच में आया कि रिखीराम कौंडल ने अपने गांव में एक 3 मंजिला मकान का निर्माण कर रखा है। लोक निर्माण विभाग ने इस मकान की कीमत 28 लाख रुपए आंंकी।

आय से 70 प्रतिशत अधिक पाई गई सम्पत्ति
विजीलैंस जांच के दौरान रिखीराम कौंडल का कहना था कि इस मकान की एक मंजिल उनके द्वारा तथा अन्य 2 मंजिलें उनके 2 बेटों द्वारा बनाई गई हैं लेकिन राजस्व रिकार्ड में इस प्रकार का कोई भी अभिलेख विजीलैंस अधिकारियों को नहीं मिला। इस जांच के दौरान पूर्व उपाध्यक्ष रिखीराम कौंडल के पास कुल 82 लाख रुपए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की हुई पाई गई। इस संदर्भ में उप जिला न्यायवादी (विजीलैंस) एन.एस. चौहान ने कहा कि रिखीराम कौंडल के खिलाफ  विशेष अदालत में चालान पेश कर दिया गया है। अदालत ने रिखीराम कौंडल को 30 अक्तूबर को अदालत में पेश होने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि विजीलैंस जांच में उनकी आय से अधिक संपत्ति 70 प्रतिशत पाई गई है।

Vijay