निजी गोदाम से मिले चावल की बिक्री पर रोक, SP मंडी ने दिए सख्त निर्देश (Video)

Tuesday, Jun 26, 2018 - 03:42 PM (IST)

मंडी (नीरज): मंडी के बतैल गांव में अमरनाथ और उनके बेटे किशोर चंद के निजी गोदाम से खुली हुई सरकारी बोरियों से मिले 126 क्वींटल चावल पर पुलिस ने जांच जारी रहने तक बिक्री पर रोक लगा दी है। एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल सिंह को इस बावत निर्देश जारी कर दिए हैं। बता दें कि रविवार रात को ट्रक यूनियन भांबला की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अमरनाथ और उनके बेटे किशोर चंद के निजी गोदामों में दबिश दी थी। इस दौरान पुलिस को यहां सरकारी चावल की सील बंद 21 बोरियां बरामद हुई थी जबकि 300 ऐसी बोरियां मिली थी जिनकी सील खोली जा चुकी थी। 


पुलिस ने जब सरकारी बोरियों में मिले इस चावल का वजन करवाया तो यह 126 क्वींटल निकला, जबकि गोदाम का मालिक अपने पास 164 क्वींटल स्टॉक होने का दावा कर रहा था। हालांकि मालिक ने अपने स्टॉक के बिल भी पुलिस को दिखाए हैं लेकिन पुलिस को यह सारा चावल संदेह के घेरे में नजर आ रहा है। इसलिए पुलिस ने इस चावल की बिक्री पर रोक लगा दी है। एसपी मंडी ने कहा है कि जब तक मामले की जांच जारी है तब तक इसकी बिक्री नहीं होगी। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यदि गोदाम मालिक ने इस चावल को खरीदा है तो फिर इसे सरकारी बोरियों में भरकर क्यों रखा गया और वो भी इतनी अधिक मात्रा में।


अब पुलिस उन स्थानों पर पूछताछ करेगी जहां के बिल दिखाए जा रहे हैं। क्या वहीं से यह चावल सरकारी बोरियों में भरकर भेजा गया या फिर गोदाम मालिक ने फर्जी बिल दिखाकर बचने का प्रयास किया है। दूसरी ओर एफसीआई के गोदाम के बजाए सीधे श्यामा फ्लोर मिल भेजे गए। गेहूं के ट्रक मामले पर एफसीआई के एरिया मैनेजर वरूण सूद ने कैमरे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वो किसी भी तरह का बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। ऐसे वरूण सूद ने बताया कि शनिवार रात को ट्रक पहले गोदाम ही गया था और रात को 9.30 पर गेट पास काटकर उसे हिमाचल प्रदेश खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी की अनुमति से फ्लोर मिल भेजा गया था, क्योंकि यह सप्लाई हिमाचल प्रदेश खाद्य आपूर्ति विभाग को ही देनी थी। उन्होंने कहा कि ट्रक का स्टैंडर्ड वेट किया गया था जिस कारण सवाल उठाए जा रहे हैं। 


उन्होंने बताया कि अब गोदाम प्रबंधक को एडवाईजरी जारी की गई है कि भविष्य में किसी भी ट्रक का स्टैंडर्ड वेट नहीं किया जाएगा। साथ ही ट्रक पहले इसमें खाली होगा और उसके बाद अगली सप्लाई दूसरी गाड़ी में भेजी जाएगी। अब सवाल यह उठ रहा है कि जो ट्रक शाम 6 बजे हिमाचल की सीमा में प्रवेश हुआ और पूरी तरह से लोडिड होने के बाद वो साढ़े तीन घंटों में कैसे कैंचीमोड़ स्थित गोदाम में पहुंच गया और उसका गेटपास काटकर उसे मिल के लिए भेज भी दिया गया। इस बात को लेकर भी एफसीआई के एरिया मैनेजर ने जांच करवाने की बात कही है।
 

Ekta