प्रधानों के पतियों ने पंचायत कार्यों में हस्तक्षेप किया तो होगी FIR

Friday, Aug 31, 2018 - 10:37 AM (IST)

पपरोला : पंचायती कार्यों में महिला प्रधानों के पतियों ने अगर किसी भी काम पर हस्तक्षेप किया तो विभाग उसके खिलाफ  पंचायतीराज एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई को अंजाम देकर एफ.आई.आर. दर्ज करवाएगा। इसके लिए बी.डी.ओ. स्वयं पंचायतों का औचक निरीक्षण करेंगे, जिससे पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन तो होगा ही, साथ में विकास कार्यों में कोताही बरतने वालों पर भी पैनी नजर रहेगी। इसके अतिरिक्त अगर पंचायती कार्यों में गुणवत्ता में कोताही बरती गई तो विभाग उसके विरुद्ध धारा 145 व 146 के तहत कार्रवाई करेगा।

वीरवार को बी.डी.ओ. सभागार में आयोजित बैठक के दौरान बी.डी.ओ. शशी पटियाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अगर किसी भी पंचायत में महिला प्रधान का पति हस्तक्षेप करता है तो शिकायतकर्ता किसी भी समय उनसे सीधे तौर पर शिकायत कर सकता है। इसके अलावा वह स्वयं पंचायतों का औचक निरीक्षण करते रहेंगे, जिससे इस प्रकार की शिकायतों पर रोक लगेगी। बी.डी.ओ. ने बताया कि उन्होंने सभी पंचायत प्रधानों को दिन में कम से कम 2 घंटे 10 से 12 बजे तक पंचायत घरों में तैनात रहने के निर्देश जारी किए हैं ताकि जनता को पंचायतों से संबंधित कामों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों के घरों के चक्कर न काटने पड़ें। बी.डी.ओ. ने बताया कि विकास खंड बैजनाथ के प्रधानों व उपप्रधानों के साथ बी.डी.ओ. ने आज विकास कार्यों को लेकर पहली बैठक की।

इसके बाद हर माह वह विकास कार्यों का लेखा-जोखा लेने के लिए बैठक आयोजित करेंगे। इस दौरान बी.डी.ओ. ने पंचायतों में मनरेगा व प्लाङ्क्षनग के कामों को ज्यादा बल देने पर जोर दिया तथा सभी पंचायत प्रधानों को सचिवों के साथ मिलकर 14वें वित्त आयोग के तहत आई लगभग 14  करोड़ रुपए की धनराशि को खर्च करने की 
बात कही। इससे पूर्व सभागार में पंचायत प्रधानों के साथ बैठक में कांग्रेस घास को जड़ से समाप्त करने की बात कही। बैठक में उपप्रधान संघ के प्रधान विलायती राणा ने उपप्रधानों को प्रधानों की तर्ज पर वेतन देने की मांग की। बैजनाथ के एस.डी.एम. विकास शुक्ला ने पंचायत प्रधानों के साथ विचार सांझा किए।
 

kirti