प्राथमिक शिक्षकों ने शिक्षा उपनिदेशक के खिलाफ बजाया संघर्ष का बिगुल, जानिए क्या है कारण

Friday, Oct 11, 2019 - 04:48 PM (IST)

ऊना (विशाल): शिक्षा उपनिदेशक और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बीच तनातनी अब सार्वजनिक हो गई है। संघ ने उपनिदेशक के खिलाफ खुला अभियान छेड़ते हुए संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। वहीं शिक्षा उपनिदेशक का तर्क है कि नियम-कायदे सबको मानने ही होंगे और इनमें कोई रियायत नहीं मिलेगी। संघ ने शुक्रवार को बैठक करते हुए उपनिदेशक के खिलाफ असहयोग आंदोलन की राह अख्त्यिार कर ली है, जिसके तहत विभाग की सभी आनॅलाइन साइट्स का बहिष्कार शुरू कर दिया है। कोई भी व्हॉट्सएप ग्रुप पर मांगी गई जानकारी न देने, सभी ग्रुपों का भी बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।

10 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें शिक्षा उपनिदेशक

संघ का कहना है कि सरकार द्वारा शिक्षकों को किसी भी तरह का मोबाइल भत्ता नहीं दिया जाता। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक पढ़ाने के साथ-साथ सफाई कर्मचारी, फोटोग्राफर, क्लर्क, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, चुनाव अधिकारी, माली, के अतिरिक्त अन्य अनेकों जिम्मेदारियां निभाते हुए कठिन परिस्थितियों में कार्य कर रहे हैं परन्तु उपनिदेशक महोदय अपनी एक भी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं। संघ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा 10 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें अन्यथा 22 अक्तूबर से संघ उपनिदेशक कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ जाएगा।

शिक्षा उपनिदेशक के व्यवहार पर निंदा प्रस्ताव पारित

जिला मुख्यालय स्थित मॉडल स्कूल में हुई बैठक में उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा के व्यवहार पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में संघ के जिलाध्यक्ष विनोद शर्मा, महासचिव राकेश चंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष पंकज ठाकुर, राज्य उपाध्यक्ष सर्वजीत सिंह राणा, कपिल शर्मा ऊना, विजय शर्मा हरोली, राजीव शर्मा गगरेट-2, जगदेव सिंह अम्ब, महेश कुमार जोल, कुलदीप कंग गगरेट प्रथम, मनोज राणा बंगाणा, महेश शारदा, विनोद कुमार, विजय पटियाल, महिला विंग प्रधान सुनिधि शर्मा, जगमोहन सिंह ने कहा है कि उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा के व्यवहार को देखते हुए संघ उनके साथ आज से असहयोग का ऐलान करता है। संघ नेताओं ने कहा कि आज समग्र शिक्षा अभियान में जिला ऊना सभी क्षेत्रों में अग्रणी चल रहा है। इसके बावजूद अध्यापकों को धमकाने और अपमानित करने का कोई भी मौका उपनिदेशक नहीं छोड़ते। अनेकों ऐसे उदाहरण हैं जहां उन्होंने अध्यापकों के साथ खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों को भी अपमानित किया है।

रिक्त पदों को शीघ्र भरने की प्रक्रिया हो शुरू

संघ ने कहा कि  4-9-14 के लाभों के अतिरिक्त अनेकों मामले उपनिदेशक कार्यालय में लम्बे समय से पैंडिंग पड़े हैं, जिनकी कोई भी सुध नहीं ली जा रही। संघ ने 14 अक्तूबर से शुरू हो रही ट्रेनिंग को एसए-1 के बाद करवाने को कहा है अन्यथा इसका बहिष्कार किया जाएगा। संघ ने यह भी मांग  की है कि जिला में लगभग 115 शिक्षकों के पद खाली हैं, जिसकी वजह से शिक्षकों को बहुत कक्षीय शिक्षण करना पड़ रहा है अत: रिक्त पदों को शीघ्र भरने की प्रक्रिया शुरू की जाए।

औचक निरीक्षणों का शैड्यूल तय है, करने ही होंगे : संदीप कुमार

इस संबंध में शिक्षा उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा संदीप कुमार गुप्ता का कहना है कि नियम-कायदे हर शिक्षकों को मानने होंगे। औचक निरीक्षणों का शैड्यूल तय है और यह करने ही होंगे। शिक्षा विभाग के एप के माध्यम से उक्त स्कूलों में पहुंचना शिक्षकों के लिए जरूरी है। अधिकतर शिक्षक निरीक्षण नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते सख्ती बरती गई है और शिक्षकों को शायद इससे एतराज हो सकता है। किसी से गलत व्यवहार नहीं किया गया है सभी शिक्षक उनके लिए सम्माननीय है।

Vijay